BSF Raising Day / Image Source: ANI News
BSF Raising Day: गांधीनगर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार सुबह को गुजरात के भुज में बीएसएफ यानि सीमा सुरक्षा बल के 61वें स्थापना दिवस रेजिंग डे समारोह में शिरकत करने पहुंचे। समारोह में बीएसएफ के जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में उनके योगदान की सराहना की।
बीएसएफ के जवानों को संबोधित करते हुए शाह ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उनके योगदान की तारीफ की। साथ ही नागरिकों को 12 राज्यों में मतदाता सूची में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों को इसका पूरी तरह समर्थन करना चाहिए, क्योंकि यह प्रक्रिया देश और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए अहम है। इसके जरिए हर एक घुसपैठिए को मतदाता सूची से बाहर किया जाएगा।
#WATCH | Gujarat: Union Home Minister Amit Shah inspects the parade at the BSF’s 61st Raising Day event at 176th Battalion Campus, BSF, Haripar, Bhuj. pic.twitter.com/sGTirEuGjC
— ANI (@ANI) November 21, 2025
#Gujarat: HM @AmitShah pays tribute to jawans who laid down their lives in the line of duty, at BSF’s 61st Raising Day event at 176th Battalion Campus, BSF, Haripar, Bhuj. pic.twitter.com/dxNZeFVfv9
— DD News (@DDNewslive) November 21, 2025
शाह ने संबोधन में कहा कि, “मैं आज यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम इस देश में से एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुन कर बाहर निकालेंगे। ये हमारा प्रण है। एसआईआर की प्रक्रिया देश और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए है।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियों का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा की राजनीतिक दल घुसपैठियों को निकालने के इस अभियान को कमजोर करना चाहते हैं। उन्होंने बिहार चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता ने इस मुद्दे पर एनडीए को बहुमत दिया है। शाह ने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक दल चुनाव आयोग की मतदाता सूची को सही करने के लिए लाई गई एसआईआर प्रक्रिया का विरोध कर रही है।
उन्होंने आगे कहा, “मैं आज देशवासियों से अपील करता हूं कि वे खुलकर और पूरी तरह से चुनाव आयोग द्वारा चलाई जा रही एसआईआर प्रक्रिया का समर्थन करें। मैं घुसपैठियों का बचाव कर रहे राजनीतिक दलों को चेतावनी देना चाहता हूं कि बिहार चुनाव पूरे देश के जनादेश की तरह हैं।