स्वर्ण मंदिर में राहुल गांधी की जेब किसने काटी, सांसद के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा- अफवाह ना फैलाए..

सांसद ने सवाल किया,‘‘श्री हरमंदिर साहिब में राहुल गांधी की जेब किसने काटी।’’ इस पर कांग्रेस ने पलटवार किया..

  •  
  • Publish Date - January 30, 2022 / 12:19 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:16 PM IST

ED will questioning from Rahul Gandhi

चंडीगढ़। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं शिरोमणि अकाली दल (शिअद) सांसद हरसिमरत कौर बादल ने शनिवार को सवाल किया, ‘‘श्री हरमंदिर साहिब में राहुल गांधी की जेब किसने काटी।’’ इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उनसे कहा कि वह झूठी खबर नहीं फैलायें।

यह भी पढ़ें:  SECL को लेकर सांसद ज्योत्सना महंत के बयान के बाद सामने आया विधायक विनय जायसवाल का बयान, कही ये बात

गांधी, बुधवार को पंजाब के एक दिवसीय दौरे पर थे। वह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर भी गए थे जिस दौरान 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के कई उम्मीदवारों ने भी मत्था टेका। गांधी, उस शाम बाद में जालंधर भी गए जहां उन्होंने एक डिजिटल रैली को संबोधित किया।

यह भी पढ़ें:  प्रदेश की सियासत में नाग और सपेरे की एंट्री, कृषि मंत्री ने पूर्व सीएम को नाग और राज्यसभा सांसद को बताया सपेरा

कांग्रेस नेता गांधी जब स्वर्ण मंदिर गए थे तब उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओ पी सोनी तथा प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू भी थे।।

यह भी पढ़ें:  पूर्व कांग्रेस विधायक का विवादित बयान का वीडियो वायरल, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को लेकर कह रहे आपत्तिजनक बात

हरसिमरत कौर ने सवाल किया, ‘‘श्री हरमंदिर साहिब में राहुल गांधी की जेब किसने काटी? चरणजीत चन्नी? शेरीओनटॉप? (नवजोत सिद्धू) या सुखजिंदर (उप मुख्यमंत्री रंधावा)? ये तीन लोग ही थे जिन्हें जेड-सुरक्षा ने उनके पास जाने की अनुमति दी थी। या यह ‘बेअदबी’ की घटनाओं के बाद हमारे सबसे पवित्र धर्मस्थल का नाम बदनाम करने का सिर्फ एक और प्रयास है।’’

यह भी पढ़ें: मिले ओमिक्रॉन वेरिएंट के 19 नए मरीज, जानिए कहां मिले नए संक्रमित

हालांकि, उन्होंने कथित घटना के बारे में कोई अन्य जानकारी नहीं दी। हरसिमरत कौर पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उनके पोस्ट को रीट्वीट किया और कहा, ‘‘हरसिमरत जी, जब ऐसा कुछ हुआ ही नहीं तो ऐसी झूठी खबरें फैलाना पवित्र गुरु घर की बेअदबी है। चुनावी गतिरोध चलेगा पर आपको जुम्मेवारी व परिपक्वता दिखानी चाहिये। हाँ, मोदी सरकार की कैबिनेट में बैठ काले क़ानूनों पर मोहर लगवाना मेहनती किसानों की जेब काटने जैसा ज़रूर है।’’ सितंबर, 2020 में कृषि कानूनों को लेकर इस्तीफा देने से पहले हरसिमरत कौर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं।

यह भी पढ़ें: सरकार ने तेज की MBBS की पढ़ाई हिंदी में कराने की तैयारी, 10 सदस्यीय समिति का गठन