Reported By: Rajesh Raj
,Raipur News, image source: ibc24
रायपुर: Raipur News, नवा रायपुर को इंडस्ट्री हब बनाने की दिशा में एक और कदम आज पूरा हो गया। सीएम विष्णुदेव साय ने सेक्टर 5 में एक नई फार्मास्यूटिकल यूनिट का उद्घाटन किया। करीब 70 करोड़ की लागत से बनी एस्पायर फार्मास्यूटिकल की स्थापना छत्तीसगढ़ के ही उद्यमियों ने मिलकर की है।
उच्च तकनीक वाली इस यूनिट में 17 तरह की दवाएं तैयार होंगी। जिसके लिए प्रोडेक्ट नाम रजिस्टर्ड कराया जा चुका है। इसमें बुखार, एलर्जी, सर्दी-खांसी, डायबिटिज समेत कई तरह की दवाएं हैं। इस यूनिट में पैरासिटामोल, सिट्रीजन समेत कई तरह की सिरप भी बनेगी। दर्द में काम आने वाले ऑइनमेंट भी तैयार होंगी। कंपनी की ओर से कुल 17 प्रोडक्ट बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।
इस यूनिट में अलग से रिसर्च एंड डेवलपमेंट यूनिट भी स्थापित किए गए हैं, जहां फार्मास्यूटिकल क्षेत्र की नई दवाओं की खोज होगी। यह यूनिट सेंट्रल इंडिया का सबसे हाइटेक माना जा रहा है, जहां ऑटोमैटिक प्रोसेस के जरिए हाइ स्टैडर्ड मेडिसिन तैयार की जाएगी। यूनिट का उद्घाटन करते हुए सीएम साय ने इसे प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण पड़ाव बताया।
Raipur News, वहीं प्रदेश के पूर्व सीएम और विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ की यात्रा में ऐसे ही प्रयासों से पूरी हो सकेगी। कंपनी के डायरेक्टर उज्जवल दीपक ने बताया कि हाई स्टैंडर्ड मान्यता के चलते यहां से बनी दवाओं का निर्यात यूरोपियन यूनियन और डब्लूएचओ नेटवर्क में भी किया जा सकेगा।
इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल एवं उप मुख्यमंत्री अरुण साव, एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, दुर्ग सांसद विजय बघेल, मंत्री लखन लाल देवांगन, मंत्री ओ पी चौधरी, मंत्री केदार कश्यप, मंत्री दयाल दास बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल, राजेश मूनत, पुरंदर मिश्रा, सुनील सोनी, मोतीलाल साहू समेत सिडबी के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार विजयवर्गीय सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
निदेशक मंडल से कोमलचंद चोपड़ा, उज्जवल दीपक एवं अनिल देशलहरा ने बताया कि यह परियोजना ‘मेक इन छत्तीसगढ़’ अभियान का हिस्सा है। यह हाई-टेक फार्मा इकाई न केवल नवीनतम तकनीकों से सुसज्जित है, बल्कि यह राज्य के औद्योगिक एवं स्वास्थ्य क्षेत्र को भी एक नई दिशा देगी। साथ ही अंचल के सैकड़ों नौजवानों को रोजगार देगा।