Ahmedabad Plane Crash: महज दो मिनट में आग का गोला बना विमान, बोइंग-787 को लेकर पहले भी उठ चुके हैं सवाल, इस घटना के बाद उड़ानों पर लगी थी 3 महीनों की रोक

महज दो मिनट में आग का गोला बना विमान, बोइंग-787 को लेकर पहले भी उठ चुके हैं सवाल, plane turned into a ball of fire in just two minutes, questions have been raised about Boeing-787 earlier as well

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  • Publish Date - June 12, 2025 / 07:02 PM IST,
    Updated On - June 12, 2025 / 07:23 PM IST

अहमदाबादः Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग-787 ड्रीमलाइनर प्लेन गुरुवार को क्रैश हो गया। दोपहर 1.38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी। टेकऑफ के दो मिनट बाद दोपहर 1.40 बजे एयरपोर्ट से सटे कार्गो ऑफिस के कंपाउंड में प्लेन क्रैश हो गया। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित कई लोगों के मारे गए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस विमान की खामियों को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसमें खामियां सामने आने के बाद दुनियाभर में इसकी फ्लीट के उड़ान भरने पर 3 महीने के लिए रोक लगा दी गई थी। तो चलिए जानते हैं कि इसमें क्या-क्या खामियां सामने आई थी।

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जापान में कराई गई थी इमरजेंसी लैंडिंग

Ahmedabad Plane Crash: जनवरी 2013 में जापान में लीथियम आयन (Li-Ion) बैटरी में आग लग गई। एक विमान में आग तब लगी जब वह बोस्टन के एयरपोर्ट पर पार्किंग में खड़ा था। वहीं दूसरा ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भर चुका था। आग लगने के चलते उसकी आपातकालीन लैंडिंग करवानी पड़ी। वहीं 2020 से 2022 के दौरान ड्रीमलाइनर में अनेकों बार डिफेक्ट की खबरें आईं। दरअसल, ड्रीमलाइनर एक वाइड-बॉडी पैसेंजर प्लेन है। इसके हिस्से अलग-अलग बनते हैं, जिन्हें बाद में जोड़ा जाता है। इस दौरान कई विमानों में बॉडी के जोड़े गए हिस्सों में ज्यादा गैप की शिकायत आई। बॉडी में इस्तेमाल होने वाले कार्बन-फाइबर के हिस्सों को भी ठीक से नहीं जोड़ा गया था। बॉडी का झुकाव भी ठीक नहीं था। इसके बाद बोइंग ने एयरलाइंस को ड्रीमलाइनर की डिलीवरी रोक दी।

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अप्रैल 2024 में भी लगे ये आरोप

इसके अलावा अप्रैल 2024 में बोइंग में काम करने वाले एक व्हिसलब्लोअर ने दावा किया था कि ड्रीमलाइनर 787 की बॉडी के कुछ हिस्से ठीक से नहीं जुड़े हैं और ये उड़ानों के दौरान बीच में ही टूट सकते हैं। ये व्हिसलब्लोअर इंजीनियर सैम सालेह थे, जो दस साल से ज्यादा समय से बोइंग में काम कर रहे थे। इन आरोपों के बाद बोइंग के प्रवक्ता पॉल लुईस ने माना था कि मैन्युफैक्चरिंग के तरीके में बदलाव हुए हैं, लेकिन इससे विमान की मजबूती और उसकी लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ा है।’ वहीं 2024 में जापान में 787-8 की टेक्निकल कमियों की वजह से हादसा हुआ। जब ANA एयरलाइंस के 787-8 में हाइड्रोलिक ऑयल लीक हुआ, जिसके बाद विमान को रनवे पर ही रोकना पड़ा। इस हादसे के बाद बोइंग कंपनी और इसके इंजन सप्लायर्स पर खराब रखरखाव और टेस्टिंग में लापरवाही बरतने के आरोप लगे। इन समस्याओं की वजह से कई एयरलाइंस ने अपने 787-8 विमानों को अस्थायी रूप से उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी।

 

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में क्या खामियां पाई गई थीं?

बॉडी के जोड़ों में गैप, कार्बन-फाइबर के हिस्सों का ठीक से जुड़ना न होना, और लीथियम आयन बैटरी में आग लगना प्रमुख खामियां थीं।

क्या बोइंग 787 की उड़ानें कभी रोक दी गईं थीं?

हाँ, दुनिया भर में इसकी फ्लाइट को कई बार अस्थायी रूप से रोक भी दिया गया था।

जापान में किस प्रकार की समस्या आई थी?

2013 में बैटरी में आग लगी थी और 2024 में हाइड्रोलिक ऑयल लीक की समस्या आई थी।

इस विमान के पायलटों का अनुभव कैसा था?

इस हादसे में विमान को कैप्टन सुमित साभरवाल चला रहे थे, जिनके पास 8200 घंटे का उड़ान अनुभव था।

क्या बोइंग ने इन खामियों को स्वीकार किया था?

बोइंग ने कुछ दोषों को स्वीकार किया, लेकिन दावा किया कि इससे विमान की मजबूती या सुरक्षा पर असर नहीं पड़ा।