Relatives made serious allegations against the jail administration for the suspicious death of a prisoner in the district jail
अनूपपुर। जिला जेल अनूपपुर में बंद बंदी की अचानक तबियत खराब हो जाने से उपचार के दौरान जिला चिकित्सालय अनूपपुर में 21 मार्च की शाम लगभग 6 बजे मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने जेल में उसके साथ मारपीट किये जाने का आरोप लगाया गया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 38 वर्षीय सुभाष सिंह टेकाम पुत्र रैतु सिंह टेकाम को धारा 138 के वसूली वारंट के तहत 20 मार्च को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा दिया था। जिसके बाद 21 मार्च को परिजनों द्वारा न्यायालय से जमानत करवाते हुये जेल से उसकी रिहाई करवाने पहुंचे। जेल में परिजनों को पता चला कि सुभाष सिंह टेकाम के अचानक सीने में दर्द उठने के कारण उसे जेल आरक्षक अफसर खान द्वारा उसे जिला चिकित्सालय अनूपपुर ले जाकर शाम 5 बजे भर्ती कराया गया और उपचार के दौरान 5.40 बजे उसकी मौत हो गई।
परिजन भी तत्काल जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां सुभाष सिंह टेकाम के मौत की खबर मिली, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में ही जेल पुलिस पर मारपीट किये जाने का संगीन आरोप लगाते हुये कार्यवाही की मांग की गई है। कैदी सुभाष सिंह के भाई रतन सिंह टेकाम ने आरोप लगाया कि उसके भाई को कोई बीमारी नही थी तथा जेल में भेजने से पहले उसका भी उसका मेडिकल कराया गया था। परिजनों का कहना था कि एक दिन में ऐसा क्या हुआ कि अचानक उसकी तबियत खराब हुई और उसकी मौत हो गई। अस्पताल परिसर में ही परिजनों ने जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुये पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है।
रिपोर्ट – रामभुवन गौतम