भोपाल : Beginning of session : राज्यपाल के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र की शुरूआत हो गई है। साथ ही शुरूआत हो गई विरोध और हंगामें की। 29 दिवसीय सत्र में कुल 13 बैठकें होनी है। लेकिन आज विपक्ष के तेवर से ये साफ लग रहा था कि ये सत्र भी हंगामेदार होने वाला है। कांग्रेस राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा कह रही है। साथ ही कह रही है कई उपलब्धियां बिना काम किए गिना दी गई है। वहीं बीजेपी का मानना है कि जो झूठा है उसे हर चीज वैसी ही दिखेगी। इसके बाद सवाल ये उठता है कि क्या बजट सत्र के मुद्दे चुनाव का एजेंडा तय करेंगे? क्या सत्र के दौरान अपनी चुनावी लाइन तय करेगी कांग्रेस?
Beginning of session : मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण के साथ सोमवार को शुरू हो गया है। महामहिम ने अपने अभिभाषण में शिवराज सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और योजनाओं की जमकर तारीफ की। इस पर कांग्रेस ने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने अभिभाषण में राज्यपाल से झूठ बुलवाया है।
कांग्रेस के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने कहा कि जो झूठा होगा, उसको हर चीज झूठी लगेगी। बीजेपी की सरकार.. विकास और कल्याण की सरकार है.. और सरकार की ये प्रतिबद्धता राज्यपाल के अभिभाषण से स्थापित होती है।
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Beginning of session : राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई। अब 28 फरवरी को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा और फिर एक मार्च को शिवराज सरकार मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करेगी।सदन में पहली बार पेपरलेस बजट पेश किया जाना है, कांग्रेस इसका विरोध करेगी। सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी हल लेकर विधानसभा पहुंचे। विपक्ष के ऐसे तेवर से साफ है कि चुनावी साल का बजट सत्र हंगामेदार रहने वाला है।