Global Investors Summit 2025: GIS 2025 में मिले 30 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव, 21 लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार
Global Investors Summit 2025: GIS 2025 में मिले 30 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव, 21 लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार
Global Investors Summit 2025/ Image Credit: MPDPR
भोपाल। Global Investors Summit 2025: आज का यह दिन मध्यप्रदेश के आर्थिक-औद्योगिक इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 (GIS 2025) केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की एक ऐतिहासिक पहल है। इस वर्ष की समिट अपनी अभूतपूर्व विशिष्टताओं और थीम ‘अनंत संभावनाएं’ के कारण विशेष रही। पहली बार, यह समिट एक मल्टी-समिट प्रारूप में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय और सेक्टोरल विषयों पर केंद्रित चर्चाएं हुईं।’ यह बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहीं। वे 25 फरवरी की शाम ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 (GIS) के समापन के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक सम्मेलन में 30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले. इनसे 21 लाख 40 हजार से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे।
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि जीआईएस का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी को किया था। उनके उद्घाटन भाषण ने प्रदेश और देश के उद्योग जगत को नई ऊर्जा और दृष्टिकोण प्रदान किया। उनके द्वारा प्रदेश की निवेश अनुकूल नई 18 नीतियां भी लॉन्च की गईं। उदघाटन सत्र के दौरान एक विशेष वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से मध्यप्रदेश की औद्योगिक और निवेश क्षमताओं को दर्शाया गया। इसे निवेशकों ने काफी सराहा। आज समापन अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह और केन्द्रीय मंत्री के. राम मोहन नायडू शामिल हुए। हम सभी को उनका मार्गदर्शन भी मिला।
कार्यक्रम में शामिल हुईं ये हस्तियां
सीएम डॉ. यादव ने मीडिया को बताया कि इस दो दिवसीय सम्मेलन में 25 हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए। 60 से ज्यादा देशों से आए 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश में निवेश और व्यापारिक सहयोग की संभावनाएं देखीं। 9 देशों ने पार्टनर कंट्री के रूप में सहभागिता की। इनमें कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान, मोरक्को, पोलैंड, रूस, रवांडा, यूनाइटेड किंगडम शामिल रहे। जीआईएस में राज मोदी (उप मंत्री, उद्योग और वाणिज्य, जिम्बाब्वे सरकार), डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा (राजदूत, नेपाल), मोहम्मद मलीकी (राजदूत, मोरक्को), स्टेला न्कोमो (राजदूत, जिम्बाब्वे), डॉ. डिजायर बोनिफेस सोम (राजदूत, बुर्किना फासो), फेलिक्स डायलो (राजदूत, माली), अना तबान (राजदूत, मोल्दोवा), जगन्नाथ सामी (उच्चायुक्त, फिजी), जैकलीन मुकांगीरा (उच्चायुक्त, रवांडा), लेबोहांग वेलेंटाइन मोचाबा (उच्चायुक्त, लेसोथो), यागी कोजी (महावाणिज्यदूत, जापान), मार्टिन मेयर (महावाणिज्यदूत, स्विट्जरलैंड), इवान वाई. फेटिसोव (महावाणिज्यदूत, रूस), वाल्टर फेरारा (महावाणिज्यदूत, इटली), डोनाविट पूल्सावत पूल्सावत (महावाणिज्यदूत, थाईलैंड), जेंस-माइकल शाल (सीईओ, कनाडा), हिरोयुकी कितामुरा (महानिदेशक, जापान) और एरिक गुडब्रांड (पूर्व मंत्री, नॉर्वे) शामिल हुए।
इन उद्योगपतियों ने सराहा एमपी
उन्होंने कहा कि जीआईएस में 300 से ज्यादा इकाइयों के चेयरमैन, सी.ई.ओ. और मैनेजिंग डायरेक्टर्स शामिल हुए. कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गज गौतम अडानी (चेयरमैन, अडानी ग्रुप), नादिर गोदरेज (चेयरमैन और एमडी, गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड), पिरुज खंबाटा (ग्रुप चेयरमैन, रसना प्राइवेट लिमिटेड), बाबा एन. कल्याणी (चेयरमैन और एमडी, भारत फोर्ज लिमिटेड), राहुल अवस्थी (ग्लोबल हेड ऑफ ऑपरेशंस, सन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड),नीरज अखौरी (मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, एसीसी लिमिटेड) सहित कई शीर्ष उद्योगपति शामिल हुए। इनकी भागीदारी ने यह सिद्ध किया कि मध्यप्रदेश अब वैश्विक निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य बन रहा है।
उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा
सीएम डॉ. यादव ने बताया कि समिट के दौरान 70 से अधिक प्रमुख उद्योगों के उद्योगपतियों, संगठनों के साथ वन-टू-वन मीटिंग की गई। इनमें गोदरेज ग्रुप, पतंजलि, अरविंद ग्रुप, आदित्य बिड़ला ग्रुप, टॉरेंट ग्रुप, डोनीयर, इनोक्स, जेटरों, गोल्डक्रेस्ट सीमेंट, ईज माय ट्रिप, कॉन्सुलर सीजीए (इटली), जापान पैन प्रतिनिधिमंडल यूनिक्लो, ब्रिजस्टोन, हेटिच, पूजा एंटरटेनमेंट, एक्सिस एनर्जी, एक्सिस बैंक, आईएफसी, पेप्सिको, डाटा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज, सेंटर फॉर एंटरटेनमेंट आर्ट्स और मोल्दोवा एंबेसडर, सहित विभिन्न कंपनियों और प्रतिनिधिमंडलों के साथ चर्चा हुई।
कितनी हुईं बीटूबी मीटिंग
उन्होंने बताया कि जीआईएस में 600 से अधिक ज्यादा बीटूजी, 5 हजार से ज्यादा बीटूबी बैठकें हुईं। इनमें उद्योगपतियों, निवेशकों और एमएसएमई ने भाग लिया। पहली बार एआई-बेस्ड बिजनेस मैचमेकिंग टूल का उपयोग किया गया। इसमें सही साझेदारों को जोड़ने में मदद मिली। इन बैठकों ने मध्यप्रदेश को वैश्विक औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एमपी को होगा इतना फायदा
Global Investors Summit 2025: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस वैश्विक सम्मेलन में 30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले. इनसे 21 लाख 40 हजार से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे। पहली बार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए पहली बार 6 विभागीय समिट की गईं। इनमें आईटी-टेक्नोलॉजी समिट, रिन्यूएबल एनर्जी समिट, एमएसएमई-स्टार्टअप समिट, टूरिज्म समिट, माइनिंग समिट, अर्बन डेवलपमेंट समिट शामिल हैं।

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