Kisano ke Liye Yojana: किसानों को 4225 रुपए की दर से होगा भुगतान, खुशियों से भर गई अन्नदाताओं की झोली, सरकार ने किया बड़ा ऐलान

Kisano ke Liye Yojana: किसानों को 4225 रुपए की दर से होगा भुगतान, खुशियों से भर गई अन्नदाताओं की झोली, सरकार ने किया बड़ा ऐलान

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  • Publish Date - November 16, 2025 / 12:13 PM IST,
    Updated On - November 16, 2025 / 12:14 PM IST

Kisano ke Liye Yojana: किसानों को 4225 रुपए की दर से होगा भुगतान, खुशियों से भर गई अन्नदाताओं की झोली / Image: X

HIGHLIGHTS
  • भावांतर योजना के तहत 15 नवंबर को सोयाबीन का मॉडल रेट
  • बाज़ार मूल्यों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बीच के अंतर का भुगतान
  • सोयाबीन के मॉडल रेट में लगातार वृद्धि जारी

भोपाल: Kisano ke Liye Yojana भावांतर योजना 2025 के अंतर्गत सोयाबीन विक्रेता किसानों के लिए शनिवार 15 नवंबर को 4225 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी किया गया है। यह मॉडल रेट उन किसानों के लिए है जिन्होंने अपनी सोयाबीन की उपज मंडी प्रांगणों में विक्रय की है। इस मॉडल रेट के आधार पर ही भावांतर की राशि की गणना की जाएगी।

Kisano ke Liye Yojana सोयाबीन के मॉडल रेट में लगातार वृद्धि जारी है। पहला मॉडल रेट 7 नवंबर को 4020 रुपए प्रति क्विंटल जारी किया गया था। इसी तरह 8 नवंबर को 4033 रुपए, 9 और 10 नवंबर को 4036 रुपए, 11 नवंबर को 4056 रुपए, 12 नवंबर को 4077 रुपए, 13 नवंबर को 4130 रुपए और 14 नवंबर को 4184 रुपए प्रति क्विंटल का मॉडल रेट जारी हुआ।

भावांतर योजना क्या है

भावांतर योजना एक मूल्य घाटा भुगतान योजना है जिसका उद्देश्य किसानों को वित्तीय नुकसान से बचाने के लिये बाज़ार मूल्यों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बीच के अंतर को पाटना है। यह योजना विशेष रूप से मध्य प्रदेश के सोयाबीन और बाजरा किसानों को लक्षित करती है, जिसे अक्सर देश का “सोयाबीन का कटोरा” कहा जाता है।

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भावांतर योजना 2025 के तहत सोयाबीन का 15 नवंबर को क्या मॉडल रेट जारी किया गया है?

भावांतर योजना के तहत सोयाबीन का 15 नवंबर को मॉडल रेट ₹4225 प्रति क्विंटल जारी किया गया है।

भावांतर की राशि की गणना किस आधार पर की जाएगी?

भावांतर की राशि की गणना किसानों द्वारा मंडी में विक्रय की गई उपज के इस मॉडल रेट के आधार पर की जाएगी।

भावांतर योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

भावांतर योजना का मुख्य उद्देश्य बाज़ार मूल्यों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बीच के अंतर को पाटना है।

सोयाबीन के मॉडल रेट में लगातार वृद्धि कब से जारी है?

सोयाबीन के मॉडल रेट में लगातार वृद्धि 7 नवंबर को पहला मॉडल रेट जारी होने के बाद से जारी है।

मध्य प्रदेश को किस नाम से भी जाना जाता है?

मध्य प्रदेश को अक्सर देश का "सोयाबीन का कटोरा" भी कहा जाता है।