Madhyapradesh News: भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग भी उपस्थित रहे। बैठक में सहकारी बैंकों की वर्तमान स्थिति, उनके विकास और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में मुख्यमंत्री ने सहकारी बैंकों के सुदृढ़ीकरण और उनके वित्तीय स्वास्थ्य को मजबूत करने पर जोर दिया। इस मौके पर अपैक्स बैंक ने सरकार को 427 करोड़ रुपए की डिविडेंड राशि का चेक सौंपा, जो राज्य के सहकारी क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि जबलपुर, रीवा, सतना, ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी जिले के सहकारी बैंकों को सुदृढ़ बनाया जाए। इन छह जिला सहकारी बैंकों को मजबूत करने के लिए प्रत्येक बैंक को 50 करोड़ रुपए की अंश पूंजी शासन द्वारा दी जाएगी। इससे न केवल उनके वित्तीय संसाधन बढ़ेंगे, बल्कि ग्रामीण और शहरी ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
साथ ही, मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि जिला सहकारी बैंकों को मर्ज करके प्रदेश स्तर पर एक बड़ा सहकारी बैंक बनाने के लिए विधिक और वित्तीय पहलुओं पर गंभीरता से विचार किया जाए। उनका मानना है कि इससे सहकारी बैंकों की क्षमता बढ़ेगी और उन्हें बड़े वित्तीय प्रोजेक्ट्स में भागीदारी का अवसर मिलेगा।
बैठक में यह भी तय किया गया कि आगामी तीन वर्षों के लिए सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के लक्ष्य और कार्य योजनाओं में सुधार किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारी बैंकों का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को बढ़ाना और किसानों, छोटे व्यवसायियों तथा महिला उद्यमियों को बेहतर वित्तीय सहायता प्रदान करना होना चाहिए।
सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सरकार सहकारी संस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि नए डिजिटल बैंकिंग टूल्स, ऋण वितरण प्रणाली और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए बैंकों की कार्यक्षमता बढ़ाई जा रही है।