भोपाल: Shree Ram Enter in Politics अदालत के फैसले के बाद अयोध्या के राम मंदिर का विवाद भले सुलझ गया हो, लेकिन इससे जुड़ा सियासी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तारीख भी तय हो चुकी है, लेकिन अब इस समारोह को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। इस विवाद ने मध्यप्रदेश की सियासत को भी गरमा दिया है।
Shree Ram Enter in Politics जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा है। करोड़ों-करोंड़ों हिंदुओं के आस्था के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अयोध्या में बन रहे अपने भव्य मंदिर में विराजने जा रहे हैं। अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनाने के वादे को अपने घोषणा पत्र में शामिल करने वाली भाजपा पर जो लोग मंदिर निर्माण की तारीख नहीं बताने का ताना मारते थे उन सारे लोगों के लिए तारीख घोषित हो चुकी है। 22 जनवरी 2004 को प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा की तारीख घोषित होने के साथ ही सियासत भी शुरू हो चुकी है।
अगले माह पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं लिहाजा ऐसे में भला मध्यप्रदेश की सियासत इस विवाद से कहां अछूती रह सकती थी। राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेने के मकसद से बीजेपी ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ राम मंदिर के होर्डिंग लगा दिए हैं। भाजपा के पोस्टरों में कांग्रेस को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नजर आया लिहाजा वो चुनाव आयोग पहुंच गई है। इधर कांग्रेस ने शिकायत की उधर भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का मौका मिल गया।
भाजपा ने कांग्रेस का रामविरोधी इतिहास याद दिलाया, तो कांग्रेस ने भी भाजपा को आइना दिखाते देर नहीं लगाई। तो अब जबकि मध्यप्रदेश के चुनाव में राम मंदिर की इंट्री हो ही चुकी है तो देखना है कि प्रभु राम की किस दल पर कृपा रहती है।