भोपाल। 7 छात्राओं के साथ दुष्कर्म के मामले ने सीधी को एक बार फिर से शर्मसार कर दिया है। आरोपी एक एप के जरिए महिला की आवाज में फोन करते और स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर छात्राओं से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देते थे, जिसके बाद मामले में कई और लोगों के इससे जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। विपक्ष में बैठी कांग्रेस को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है, जबकि SIT का गठन कर सरकार बुलडोजर वाली कार्रवाई की तैयारी में है।
मध्यप्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी लड़कियो के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। स्कॉलरशिप दिलाने के नाम पर आरोपी मोबाइल एप के जरिए आवाज बदलते थे। आदिवासी कॉलेज की छात्राओं को महिला की आवाज में स्कॉलरशिप का झांसा देते थे फिर उन्हें सुनसान जगह पर बुलाकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देते थे। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, सभी लड़कियां आदिवासी वर्ग की हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट भी किया है।
उमंग सिंघार ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन विधायकों का एक दल गठित कर मौके पर भेजने का दावा किया है, जबकि कमलनाथ ने भी X पोस्ट करते हुए सरकार को आदिवासी विरोधी बता दिया और आदिवासी बच्चों को सुरक्षा देने की भी मांग की। कांग्रेस ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। इस घटना के खुलासे के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने SIT जांच के निर्देश दिए हैं। जांच की कमान महिला DSP को सौंपी गई है।
इधर पुलिस के मुताबिक, पीड़िताओं की संख्या और भी अधिक हो सकती है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। कुछ दिन पहले सीधी पेशाबकांड के चलते यहां बीजेपी की किरकिरी हुई थी और अब 7 छात्राओं से दुष्कर्म के मामले के सामने के बाद कांग्रेस को प्रशासन और सरकार पर सवाल उठाने का मौका मिल गया है। पुलिस के मुताबिक पीड़िताओं की संख्या और भी अधिक हो सकती है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।
‘शाहरुख खान’ पिछली बार बकरीद पर नहीं दे पाए थे…
41 mins agoरायसेन में शराब की भट्टी से 58 बाल मजदूर मुक्त…
2 hours ago