पहले MSP पर खरीदी किसानों की फसल, फिर बता दिया अमानक, किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी

Calling it non-standard, purchased crop returned, farmers warned of agitation

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  • Publish Date - January 13, 2022 / 11:50 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

ग्वालियरः farmers warned of agitation मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में सरकार ने किसानों की ज्वार और बाजरा उपज को समर्थन मूल्य पर खरीदा था। उसे अब अमानक करार दे दिया गया। साथ ही सोसायटीज को ज्वार-बाजरा वापस लेने का आदेश जारी किया गया है। आदेश ये भी है कि किसी भी कीमत सरकार की राशि को वापस कराया जाएं। चाहे कुर्की ही क्यों न करना पड़ें।

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farmers warned of agitation ग्वालियर-चंबल के कई किसान अपनी उपज बेचने की खुशी नहीं मना सकेंगे, क्योंकि प्रशासन ने उनकी बेची गई ज्वार और बाजरा को अमानक बताया है। इसके पीछे खरीदी केंद्रों पर सहकारी समिति के प्रबंधकों पर गड़बड़ी के आरोप है। दरअसल खरीदी के समय उपज की गुणवत्ता जांची जाती है। बावजूद इसके बिना देखे ज्वार बाजरा खरीदा गया। अब उसे अमानक बता दिया।

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खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव ने ग्वालियर, श्योपुर, भिंड, दतिया, मुरैना, सीहोर, देवास, सागर और पन्ना जिलों में बिना FAQ के ज्वार बाजरा को वापस करने के निर्देश दिए हैं। अमानक ज्वार बाजरा वापस नहीं करने पर सख्ती की बात भी आदेश में कही गई है। कांग्रेस ने इस मामले में सरकार को घेरा है।

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आदेश के बाद परेशान किसान आंदोलन की चेतावनी दे रहे है तो खाद्य विभाग के अधिकारियों से लेकर सोसायटी संचालकों में हड़कंप की स्थिति है। इस बीच सवाल ये है कि उपार्जन केंद्रों पर किसान जब ज्वार बाजरा की तुलाई करवा रहे थे। तब सोसाइटी संचालकों ने उन्हें तत्काल वापस क्यों नहीं किया।