Reported By: Vijendra Pandey
,MP News:. Image source- Ibc24
जबलपुरः MP News: मध्यप्रदेश के जबलपुर में शराब दुकानों की ओवर रेटिंग को लेकर लंबे समय से मिल रही शिकायतों पर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने गजब की तरकीब अपनाई है। इस बार जांच की जिम्मेदारी राजस्व विभाग के उन पटवारियों को दी गई, जिनका काम आमतौर पर जमीन की नपाई और रिकॉर्ड रखना होता है। इस विशेष मिशन में उन्होंने शराब खरीददार का रूप धारण किया और गोपनीय रूप से शराब की दुकानों पर पहुंचकर खरीदारी की। कलेक्टर ने कार्रवाई करने के इस तरीके की जमकर चर्चा हो रही है।
Read More : Durg Corona Case: छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे कोरोना के मरीज, अब जिले में भी मिला संक्रमित, मचा हड़कंप
MP News: मिली जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग की 40 से ज्यादा कर्मचारियों की टीमों ने शहर की 22 शराब दुकानों पर जाकर शराब खरीदी और ऑनलाइन पेमेंट किया। खुलासा हुआ कि 22 में से 21 दुकानों में शराब, एमआरपी से ऊपर दाम पर बेची जा रही है। शराब की ओवरप्राईसिंग के पीछे शराब ठेकेदारों के सिंडीकेट का भी खुलासा हुआ है, जिसको लेकर शराब ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। इधर शराब की ओवरप्राईसिंग साबित होने को बाद जबलपुर कलेक्टर ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को मामले में वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि छोटी बोतलों पर 20 रुपए और बड़ी बोतलों पर 100 से 150 रुपए तक की ओवर रेटिंग पाई गई। यह स्थिति मार्च महीने से बननी शुरू हुई थी और अप्रैल में इसके मामले और बढ़ गए थे, लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि शहर से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र शहपुरा, सिहोरा, कुंडम, बरगी और चरगवां में भी अधिक मात्रा में शराब बेची जा रही है। शराब दुकानों पर नियम है कि शराब केवल निर्धारित मूल्य पर बेची जानी चाहिए, लेकिन शिकायतों के अनुसार दुकानदार मनमाने दाम वसूल कर रहे थे।