Damoh Fake Teacher Recruitment: फर्जी मार्कशीट से नौकरी कर रहे 24 शिक्षक बेनकाब, DEO ने कर दी ये बड़ी सिफारिश, FIR के आदेश

फर्जी मार्कशीट से नौकरी कर रहे 24 शिक्षक बेनकाब...Damoh Fake Teacher Recruitment: 24 teachers working with fake mark sheets exposed

Damoh Fake Teacher Recruitment | Image Source | IBC24

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दमोह: Damoh Fake Teacher Recruitment:  जिले में शिक्षा विभाग को हिला देने वाला एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है जिसमें 24 शिक्षक फर्जी अंकसूचियों के आधार पर शासकीय स्कूलों में नौकरी करते पाए गए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने इन सभी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस अधीक्षक को प्रतिवेदन भेज दिया है। इस खुलासे के बाद जिले की शिक्षा व्यवस्था और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

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Damoh Fake Teacher Recruitment:  जानकारी के अनुसार दमोह जिले में इस मामले से संबंधित कुल 40 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनकी विभागीय जांच शुरू की गई। जांच के पहले चरण में 24 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जिनमें इन शिक्षकों द्वारा जमा किए गए दस्तावेज, विशेषकर अंकसूचियां पूरी तरह फर्जी पाए गए।

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Damoh Fake Teacher Recruitment:  जिला कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि शेष शिकायतों की जांच जारी है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी गंभीरता से कार्य कर रहा है और इस तरह की अनियमितताओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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Damoh Fake Teacher Recruitment:  इससे पहले दमोह में फर्जी डॉक्टरों के मामले ने भी प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया था। अब शिक्षकों के फर्जीवाड़े से यह साफ हो गया है कि जिले में दस्तावेज सत्यापन और नियुक्ति प्रक्रिया में बड़ी लापरवाही बरती गई है। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों से जनता के बीच प्रशासन की छवि पर भी असर पड़ा है। फिलहाल जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन के आधार पर अब पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की जाएगी। यह देखा जाना बाकी है कि किन-किन स्तरों पर लापरवाही हुई और क्या इसमें विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आती है।

"दमोह फर्जी शिक्षक भर्ती" में कितने लोगों के खिलाफ पुष्टि हुई है?

अब तक 24 शिक्षक ऐसे पाए गए हैं जिन्होंने फर्जी अंकसूचियों के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी।

"फर्जी शिक्षक दमोह मामला" की जांच कौन कर रहा है?

जांच शिक्षा विभाग द्वारा की गई है और अब पुलिस एफआईआर दर्ज कर आगे की जांच करेगी।

क्या "फर्जी अंकसूचियां दमोह" मामले में और लोग शामिल हो सकते हैं?

हां, 40 से अधिक शिकायतें मिली थीं, जिनमें से शेष मामलों की जांच अभी जारी है। आगे और नाम सामने आ सकते हैं।

क्या "शिक्षा विभाग दमोह" के अधिकारियों की मिलीभगत भी जांच में है?

प्रशासन ने कहा है कि हर स्तर पर जांच होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

क्या यह "फर्जी दस्तावेज से नौकरी" का पहला मामला है दमोह में?

नहीं, इससे पहले फर्जी डॉक्टरों के मामलों ने भी प्रशासन की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए थे।