Face To Face Madhya Pradesh: ऊपर नजर आ रही तस्वीर है सागर में कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा की जहां कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव हाथ में लाठी लिए दिख रहे है,वैसे तो इस तरह की तस्वीरें पश्चिमी उत्तरप्रदेश में अक्सर देखी जाती है लेकिन अरुण यादव का ये नया अवतार चुनाव के पहले प्रदेश की बदलती तस्वीर की तरफ भी इशारा करती है।
दरअसल अरुण यादव हाथ में डंडा लिए कह रहे हैं कि जरुरत पड़े तो इसका उपयोग करने से चूकना नहीं , विश्लेषण से पहले ये जान लीजिए की सागर प्रदेश का एकमात्र जिला है जहां से शिवराज कैबिनेट के तीन दिग्गज आते है। गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह और गोविंद राजपूत। अब सवाल ये उठता है कि क्या अरुण यादव डंडे के जरिए इन तीन मंत्रियों को चुनौती दे रहे हैं? क्या इस बयान के जरिए बीजेपी से सीधे टकराव का संकेत दिया जा रहा है? क्या ये महज कार्यकर्ताओं में हौंसला बढ़ाने के लिए की गई बयानबाजी है? वैसे आपको बता दें कि जब अरुण यादव ये बयान दे रहे थे तब मध्यप्रदेश के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला मंच पर मौजूद थे तो सवाल उठता है कि क्या इस डंडे के जरिए अरुण यादव अपनी ताकत का अहसास करवाना चाहते थे दूसरी तरफ बीजेपी ने इस लेकर पूरी जनआक्रोश यात्रा पर ही सवाल खड़े कर दिए है।
अभी तो चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन उसके पहले ही लाठी डंडे ने माहौल को गर्मा दिया है, अब जैसे ही तारीखों का ऐलान होगा और प्रचार अपने चरम पर पहुंचेगा संभव है कुछ ऐसी ही तस्वीरें और बयान और देखने को मिले। लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि कई बार एक बयान पूरे चुनाव के समीकरण को पलट कर रख देता है।