Reported By: Nasir Gouri
,Gwalior News/Image Source: IBC24
ग्वालियर: Gwalior News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दो दिन पहले एक दुल्हन के परिवार पर बारात लौटने और बारातियों को बंधक बनाने का आरोप लगाया गया था। अब दुल्हन और उसका परिवार सामने आया है। उनका कहना है कि यह दूल्हे पक्ष की बनाई हुई कहानी है, जबकि दहेज में वर पक्ष की तरफ से 21 लाख रुपए और इनोवा कार की डिमांड की गई थी। जो न मिलने पर बारात वापस चली गई थी। हालांकि पुलिस दोनों पक्षों के आवेदनों के बाद जांच में जुटी है, आखिर हुआ क्या था।
Gwalior News: फूट-फूटकर रो रहा यह परिवार दुल्हन पक्ष का है। बेटी के पिता धर्मजीत कोठारी का आरोप है कि उनकी लड़की की शादी ग्वालियर के नादरिया की माता गुढ़ा इलाके में रहने वाले लोटन कुशवाह के बेटे प्रशांत कुशवाह के साथ तय हुई थी। 11 दिसंबर को बारात भी आई। सभी रस्में हुईं, लेकिन जब फेरे का समय आया तो दूल्हे प्रशांत के पिता लोटन ने उनसे 21 लाख रुपए की मांग की। जब वह इतने पैसे नहीं दे पाए तो वह बिना शादी किए अपनी बारात को वापस ले गए और उनके ऊपर ही झूठा मामला लगा दिया।
Gwalior News: वहीं इस मामले में वर पक्ष के लोगों का कहना है कि धर्मजीत सरासर झूठ बोल रहा है। क्योंकि जब वह 11 दिसंबर को बेलदार के पुरा में दुल्हन के यहां बारात लेकर पहुंचे थे, तो सब कुछ ठीक था। स्टेज पर वरमाला भी हुई और जो भी रिवाज होते हैं, वह भी पूरे हुए। लेकिन जब मंडप में फेरे शुरू होने वाले थे, दूल्हा मंडप में पहुंचा तो लड़की के परिजनों ने उसे मंडप में लाने से इनकार कर दिया। कहा कि दूल्हा पैरों से दिव्यांग है। इसलिए बारात लौट दी। वहीं पुलिस कह रही है कि मामले की जांच जारी है, फिर कार्रवाई की जाएगी।
बहरहाल एक तरफ एक पिता अपनी दुल्हन बनी बेटी के साथ बैठकर रो-रोकर इंसाफ मांग रहा है। तो दूसरी ओर दूल्हा और उसके पिता कैमरे से बच रहे हैं और रिश्ता कराने वाले चाचा को आरोपों का जवाब देने के लिए आगे कर रहे हैं। हालांकि गलती वर पक्ष की है या वधु पक्ष की, जिसके कारण जयमाला होने के बाद बारात क्यों वापस लौटी, इसकी जांच पुलिस कर रही है, जो बताएगी। ऐसे हालात क्यों बने, जब दूल्हा-दुल्हन जयमाला तक तो पहुंचे लेकिन मंडप तक नहीं।