Reported By: Nasir Gouri
,Gwalior Congress Jila Adhyaksh/Image Credit: Facebook
Gwalior Congress Jila Adhyaksh: ग्वालियर। मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव शुरू हो गए है। पहली तलाश जिलाध्यक्ष के रूप की जा रही है। इसी सिलसिले में कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों का आने का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस को सबसे ज्यादा दिक्कत ग्वालियर-चंबल संभाग में आ रही है। क्योंकि यहां, एक-एक जिले से 20 से 25 नाम जिलाध्यक्ष के रूप में आएं है, लेकिन कांग्रेस का फोकस यही है की जो नाम जिलाध्यक्ष के लिए आएं है उनमें से ऐसा नाम तलाश जाएं जिसका किसी भी रूप में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ाव न हो।
केंद्रीय पर्यवेक्षक ओर रेसलर बजरंग पूनिया का कहना है कि, संगठन और देश को मजबूत करने के लिए हम आएं है। हम धरातल से कांग्रेस के लिए जिलाध्यक्ष ढ़ूढ़ रहे हैं, जो निड़र हो। बता दें, कि पूनिया कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक हैं। वो ग्वालियर में जिलाध्यक्ष के चयन के लिए आएं हुए है।
वहीं, पूनिया ने पूर्व सांसद बृजभूषण शरण केस कहा कि, 6 लड़कियां आज भी केस में लड़ रही हैं। उन्हें डराया जा रहा है, धमकाया जा रहा है। अभी भी दबाब बनाया जा रहा है। लेकिन हमें उम्मीद है, न्याय मिलेगा। रेसलर बजरंग पूनिया ने आगे कहा कि, लड़कियां डटकर समाने खड़ी है, जरूर सजा मिलेगीं। हालत ये है कि, ब्रजभूषण की आईटी सेल बेटियों को बदनाम करके पीछे हटाने का काम कर रही है जिसमें सरकार का भी सपोर्ट है। इसलिए हमेशा बच्चों को डरा-धमका कर पीछे हटाने का काम किया जा रहा है।