Face To Face Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24
भोपाल: Face To Face Madhya Pradesh मध्यप्रदेश में हुई ये रैली जाहिर तौर पर सरकार को घेरने की एक कोशिश थी..जिसमें तमाम मुद्दे विपक्ष ने गिनाए और सरकार से जवाब मांगे। सवालों में नया क्या था? क्या कांग्रेस वाकई सरकार को घेर पाई और क्या कांग्रेस को संविधान बचाने की चिंता है या फिर पार्टी का जनाधार बढ़ाने की?
Face To Face Madhya Pradesh देश की आत्मा पर हुए हमले के बाद लोगों में आक्रोश है। इस पर हो रही सियासत से भी लोगों में गुस्सा है, लेकिन इन सब से हटकर कांग्रेस मध्य प्रदेश में मजबूती से खड़े होने के लिए संविधान बचाओ रैली निकाल रही है। जिसको आगे जिला स्तर और ब्लॉक स्तर तक जाने का प्लान है। इसी कड़ी में आज ग्वालियर में रैली आयोजित की गयी।
यानी कांग्रेस संविधान की रक्षा के लिए पूरे प्रदेश में मुहिम छेड़ रही है और लोगों को इसके ज़रिए जोड़ना चाहती है। लेकिन आज भी कांग्रेस की इस रैली में गुटबाजी दिखे कमलनाथ को आना था वो आए नहीं और दिग्विजय सिंह से मंच से कहने लगे कि मंच की लड़ाई खत्म करो। बहरहाल कांग्रेस की इस रैली के बाद बीजेपी का पलटवार आया जिसमें बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस खुद संविधान के खिलाफ चल रही है। इसलिए कांग्रेस की दुकान बंद हो गई है।
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कांग्रेस “संविधान बचाओ रैली के ज़रिए एमपी में अपनी ज़मीन तैयार कर रही है। आज श्रीगणेश ग्वालियर से कर दिया। इस मुहिम को वो हर घर तक लेकर जाना चाहती है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या पब्लिक इस मुद्दे से जुड़ेगी। कांग्रेस का ये अभियान लोगों का अभियान बन पाएगा। क्या वाकई संविधान खतरे में हैं?