Reported By: Ravi Sisodiya
,Indore Digital Payment Fraud
इंदौर: Indore Digital Payment Fraud: कनाडिया थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो नकली PhonePe एप्लिकेशन के जरिए अब तक 25 से अधिक लोगों को लाखों रुपए की चपत लगा चुके हैं। आरोपी विशेष रूप से पेट्रोल पंप, भीड़-भाड़ वाली दुकानों और बुजुर्ग व्यक्तियों को अपना निशाना बनाते थे।
Indore Digital Payment Fraud: आरोपियों की पहचान सुरेश परमार और धीरज गोयल के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये दोनों नकली PhonePe ऐप का इस्तेमाल कर नकद लेनदेन करते थे। जब भी कोई व्यापारी या कर्मचारी उनसे पैसे लेने के बदले नकद देता तो ये लोग फर्जी ट्रांजैक्शन स्क्रीन दिखाकर वहां से रफूचक्कर हो जाते। मामला तब उजागर हुआ जब एक पेट्रोल पंप कर्मचारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कर्मचारी ने बताया कि आरोपी मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देकर उससे 6000 रुपए का नकद लेन-देन कर गए लेकिन बाद में पता चला कि ट्रांजैक्शन फर्जी था और उसके खाते में कोई रकम नहीं आई। जब कर्मचारी ने अपने साथी से इस बात का जिक्र किया तो उसने भी ऐसी ही ठगी की बात बताई।
Indore Digital Payment Fraud: पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया और जब उनके मोबाइल की जांच की गई तो उसमें Telegram से डाउनलोड की गई एक नकली PhonePe ऐप पाई गई। यह ऐप हूबहू असली ऐप की तरह दिखती थी, जिसमें ट्रांजैक्शन स्कैनर, नाम, और अन्य विवरण असली जैसे नजर आते हैं लेकिन असल में कोई पैसा ट्रांसफर नहीं होता। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने इस तरीके से अब तक 25 से अधिक स्थानों पर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है। उनका मुख्य निशाना वे लोग होते थे जो डिजिटल पेमेंट के भरोसे पर तुरंत नकद दे देते हैं।