Indore News: बर्खास्त पुलिसकर्मी पहुंचा राजा रघुवंशी के घर, फर्जी थाना प्रभारी बनकर की माता-पिता से पूछताछ, शक होने पर ऐसे पकड़ा गया आरोपी

Indore News: बर्खास्त पुलिसकर्मी पहुंचा राजा रघुवंशी के घर, फर्जी थाना प्रभारी बनकर की माता-पिता से पूछताछ, शक होने पर ऐसे पकड़ा गया आरोपी

  • Reported By: Anshul Mukati

    ,
  •  
  • Publish Date - August 15, 2025 / 01:11 PM IST,
    Updated On - August 15, 2025 / 06:52 PM IST

Indore News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • फर्जी थाना प्रभारी बना बर्खास्त पुलिसकर्मी,
  • घर में घुसकर की पूछताछ,
  • पुलिस ने किया गिरफ्तार,

इंदौर: Indore News:  इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को गुमराह करने का मामला सामने आया है। आरोपी बजरंग लाल जाट ने खुद को थाना प्रभारी बताकर राजा रघुवंशी के घर पहुंचा और उनके माता-पिता से पूछताछ करने लगा। उस समय राजा रघुवंशी के भाई घर पर मौजूद नहीं थे।

Read More : स्वतंत्रता दिवस समारोह में जा रहे छात्रों को रफ्तार तेज वाहन ने कुचला, एक की मौत, दो घायल

Indore News:  कुछ देर बाद राजा के भाई विपिन रघुवंशी घर पहुंचे तो आरोपी ने अपना परिचय बदलकर खुद को राजा का मित्र बताना शुरू कर दिया। विपिन को उसकी बातों पर संदेह हुआ जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। शिकायत के आधार पर राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने आरोपी बजरंग लाल जाट के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।

Read More : स्वतंत्रता दिवस पर केंद्रीय जेल से 18 कैदी रिहा, काट रहे थे उम्रकैद की सजा, दशकों बाद अपनों से मिले तो छलक पड़ी आंखें

Indore News:  पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि आरोपी ने यह फर्जीवाड़ा किस उद्देश्य से किया और क्या इससे पहले भी उसने इस तरह की घटनाएं की हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी पहले पुलिस विभाग में पदस्थ था लेकिन बर्खास्तगी के बाद वह इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल हो गया। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह राजा रघुवंशी के घर क्यों गया था।

"इंदौर में फर्जी पुलिस अधिकारी" कौन था और उसने क्या किया?

आरोपी बजरंग लाल जाट ने खुद को थाना प्रभारी बताकर राजा रघुवंशी के घर जाकर उनके परिजनों से पूछताछ की। बाद में वह पकड़ा गया और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

"इंदौर में फर्जी पुलिस अधिकारी" की पहचान कैसे हुई?

जब राजा रघुवंशी के भाई विपिन घर आए और आरोपी की बातों पर संदेह जताया, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। जांच में सामने आया कि आरोपी फर्जी था।

क्या "इंदौर में फर्जी पुलिस अधिकारी" पहले भी पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ था?

जी हाँ, प्रारंभिक जांच के अनुसार आरोपी पहले पुलिस विभाग में पदस्थ था, लेकिन उसे बर्खास्त कर दिया गया था।

"इंदौर में फर्जी पुलिस अधिकारी" के खिलाफ कौन सी कार्रवाई की गई है?

राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और व्यक्ति का झूठा रूप धारण करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है और उससे पूछताछ जारी है।

क्या "इंदौर में फर्जी पुलिस अधिकारी" ने पहले भी इस तरह की घटनाएं की हैं?

फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या आरोपी इससे पहले भी ऐसी फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर चुका है।