Indore News: सड़क निर्माण में भारी गड़बड़ी, एडीएम ने 51 करोड़ का जुर्माना घटाकर मात्र 4032 रुपए किया, प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

Indore News: सड़क निर्माण में भारी गड़बड़ी, एडीएम ने 51 करोड़ का जुर्माना घटाकर मात्र 4032 रुपए किया, प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

  • Reported By: Kapil Sharma

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  • Publish Date - September 26, 2025 / 03:16 PM IST,
    Updated On - September 26, 2025 / 03:16 PM IST

Indore News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • 1. "इंदौर-बैतूल नेशनल हाइवे मामला,
  • 51 करोड़ का जुर्माना घटाकर मात्र 4032 रुपये,
  • प्रशासन पर पक्षपात और भ्रष्टाचार का आरोप,

इंदौर: Indore News:  बैतूल नेशनल हाईवे पर टेमागांव से हरदा तक सड़क बना रही पार्थ इंडिया कंपनी पर दो साल पहले लगाए गए 51 करोड़ 67 लाख 64 हजार 502 रुपये के जुर्माने को घटाकर मात्र 4,032 रुपये करने का मामला फिर चर्चा में है।

आपको बता दें करीब दो साल पहले तत्कालीन एडीएम प्रवीण फूलपगारे ने अंधेरीखेड़ा के 18 खसरा नंबरों में बिना अनुमति 3.11 लाख घन मीटर मुरम-मिट्टी खनन पर कंपनी पर यह भारी जुर्माना लगाया था। इसमें अवैध उत्खनन और पर्यावरण क्षति दोनों शामिल थे। बाद में नए एडीएम डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा की सुनवाई में कंपनी की ओर से 2,688 घन मीटर खनन की स्वीकारोक्ति मानी गई और सिर्फ 4,032 रुपये का दंड निर्धारित किया गया।

Indore News:  आदेश में जांच टीम की कार्यप्रणाली, पंचनामा में ग्रामीणों व कंपनी के हस्ताक्षर न होना और फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी न करने जैसी गंभीर खामियां गिनाई गईं। इस फैसले से कंपनी को करोड़ों का फायदा हुआ वहीं प्रशासन पर पक्षपात और भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।

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बैतूल नेशनल हाईवे सड़क निर्माण कंपनी पर कितना जुर्माना लगाया गया था?

लगभग 51 करोड़ 67 लाख 64 हजार 502 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।

जुर्माना घटाकर कितना कर दिया गया?

जुर्माना घटाकर मात्र 4,032 रुपये कर दिया गया है।

जुर्माना क्यों लगाया गया था?

कंपनी ने बिना अनुमति 3.11 लाख घन मीटर मुरम-मिट्टी का अवैध उत्खनन किया था, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा।

जुर्माना घटाने के पीछे क्या वजहें थीं?

जांच टीम की कार्यप्रणाली में खामियां, पंचनामा में ग्रामीणों व कंपनी के हस्ताक्षर न होना, और फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी न करने जैसे गंभीर दोष पाए गए।

इस मामले में प्रशासन के खिलाफ क्या आरोप लग रहे हैं?

प्रशासन पर पक्षपात और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं।