Publish Date - May 2, 2025 / 10:45 AM IST,
Updated On - May 2, 2025 / 10:48 AM IST
Police Advice For Girls | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
महिलाओं को साइबर अपराध से बचाने के लिए अभियान,
इंदौर पुलिस का जागरूकता अभियान,
कॉल सेंटरों और मॉल्स में दी जा रही सतर्कता की सीख,
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इंदौर: Police Advice For Girls: प्रदेश में महिलाओं को लेकर लगातार सामने आ रही साइबर क्राइम और यौन उत्पीड़न की घटनाओं के बीच इंदौर पुलिस ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है। अब पुलिस खुद शहर के बड़े कॉल सेंटरों, मॉल्स और कार्यस्थलों पर पहुंचकर महिलाओं को जागरूक कर रही है, ताकि वे समय रहते इन अपराधों से खुद को सुरक्षित रख सकें।
Police Advice For Girls: हाल के महीनों में इंदौर सहित मध्यप्रदेश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें महिलाओं को उनके निजी फोटो या वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया गया, या कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न जैसी गंभीर घटनाएं घटीं। इन घटनाओं ने पुलिस को सतर्कता बढ़ाने पर मजबूर किया है।
कॉल सेंटरों में महिला पुलिस अधिकारियों की सीधी बातचीत
Police Advice For Girls: इंदौर पुलिस की महिला अधिकारी, विशेष रूप से परदेशीपुरा क्षेत्र की एसीपी सोनू डाबर ने विजय नगर क्षेत्र के बड़े कॉल सेंटरों और मॉल्स में पहुंचकर वहां कार्यरत महिलाओं को सीधे संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे बिना पूरी तरह भरोसा किए किसी के साथ भी अपने फोटो या वीडियो शेयर न करें, क्योंकि कई मामलों में अपराधी इन निजी सामग्रियों का गलत इस्तेमाल कर ब्लैकमेलिंग और शोषण में लिप्त पाए गए हैं।
Police Advice For Girls: सिर्फ सावधानी ही नहीं, बल्कि महिलाओं को कानूनी अधिकारों और मदद लेने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि ऑफिस या सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक स्थिति आने पर वे किस तरह पुलिस की मदद ले सकती हैं और किस कानून के तहत उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
Police Advice For Girls: इंदौर पुलिस का यह अभियान महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और अपराधों के प्रति सजग रखने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। पुलिस का मानना है कि यदि महिलाएं सतर्क रहें और समय रहते मदद लें, तो अधिकांश साइबर व यौन अपराधों को रोका जा सकता है।
"इंदौर पुलिस महिला जागरूकता अभियान" का उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को साइबर क्राइम और यौन उत्पीड़न से सतर्क करना, उन्हें कानूनी जानकारी देना और आत्मनिर्भर बनाना है।
"फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी" के मामले कैसे बढ़ रहे हैं?
कई मामलों में देखा गया है कि अपराधी महिलाओं के
"महिला पुलिस अधिकारी" इस अभियान में क्या भूमिका निभा रही हैं?
महिला पुलिस अधिकारी, जैसे एसीपी सोनू डाबर, कार्यस्थलों पर जाकर महिलाओं से सीधा संवाद कर रही हैं और उन्हें जरूरी सावधानियों और कानूनी विकल्पों की जानकारी दे रही हैं।
"यौन उत्पीड़न से बचाव" के लिए महिलाएं क्या कर सकती हैं?
महिलाएं किसी भी आपत्तिजनक स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करें, साइबर हेल्पलाइन का उपयोग करें और भरोसेमंद लोगों से सलाह लें। साथ ही, सबूत सुरक्षित रखें और FIR दर्ज करवाएं।
"जागरूक रहें, सुरक्षित रहें" अभियान किसके द्वारा शुरू किया गया है?
यह अभियान इंदौर पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।