Ratlam News: अब ठेला व्यापारियों से रोज़ाना देना होगा 50 रुपए, नगर निगम ने जारी किया आदेश, व्यापारियों ने गरबा करके जताया विरोध

Ratlam News: अब ठेला व्यापारियों से रोज़ाना देना होगा 50 रुपए, नगर निगम ने जारी किया आदेश, व्यापारियों ने गरबा करके जताया विरोध

  • Reported By: Vinod Wadhwa

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  • Publish Date - July 9, 2025 / 04:28 PM IST,
    Updated On - July 9, 2025 / 04:28 PM IST

Ratlam News | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • फुटकर हाथ ठेला व्यापारियों का अनूठा विरोध,
  • नगर निगम कार्यालय के बाहर किया गरबा,
  • 50 रुपये प्रतिदिन वसूली के आदेश का जताया विरोध,

रतलाम: Ratlam News: शहर में सोमवार को एक अनोखा और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जब रतलाम के फुटकर हाथ ठेला व्यापारियों ने नगर निगम के उस आदेश के खिलाफ आवाज़ उठाई, जिसमें उनसे प्रतिदिन 50 रुपए शुल्क वसूले जाने का प्रावधान किया गया है। विरोध दर्ज कराने के लिए व्यापारी अपने-अपने हाथ ठेले लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे और वहां गरबा कर अपनी नाराजगी जाहिर की।

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Ratlam News: व्यापारियों ने कहा कि नगर निगम का यह निर्णय न सिर्फ आर्थिक रूप से बोझ बढ़ाता है, बल्कि छोटे व्यापारियों के रोज़मर्रा के जीवन पर भी असर डालता है। विरोध का तरीका भले ही अलग था लेकिन संदेश साफ था यह आदेश तुरंत वापस लिया जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक नगर निगम यह आदेश वापस नहीं लेता तब तक वे गांधीगिरी के माध्यम से शांतिपूर्वक अपना विरोध जारी रखेंगे। इस दौरान व्यापारी अपने हाथ ठेले के साथ गरबा करते रहे और नारेबाजी भी की।

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Ratlam News: प्रदर्शन के दौरान व्यापारियों और नगर निगम प्रशासन के बीच बातचीत भी हुई। महापौर ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को लेकर जल्द ही एमआईसी मीटिंग बुलाई जाएगी जिसमें इस मामले पर निर्णय लिया जाएगा। महापौर के आश्वासन के बाद फिलहाल प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया लेकिन व्यापारियों ने स्पष्ट किया कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो वे दोबारा विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे।

नगर निगम द्वारा वसूले जाने वाले "50 रुपये शुल्क" का क्या कारण है?

नगर निगम का तर्क है कि यह शुल्क सफाई, व्यवस्था और अन्य प्रशासनिक सुविधाओं के लिए लिया जा रहा है। हालाँकि, छोटे व्यापारी इसे अतिरिक्त आर्थिक बोझ मान रहे हैं।

"हाथ ठेला व्यापारियों का विरोध" किस तरह से किया गया?

व्यापारियों ने अपने हाथ ठेले के साथ नगर निगम कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और गरबा कर अपनी नाराजगी जताई। यह विरोध गांधीगिरी के माध्यम से किया गया।

क्या "नगर निगम आदेश वापस" लेने को लेकर कोई आश्वासन मिला है?

हाँ, महापौर ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही एमआईसी की बैठक बुलाकर इस विषय पर विचार किया जाएगा और व्यापारियों की मांगों पर निर्णय लिया जाएगा।

"शुल्क विरोध प्रदर्शन" कब और कहाँ हुआ?

यह विरोध प्रदर्शन रतलाम शहर में सोमवार को नगर निगम कार्यालय के सामने हुआ, जहाँ व्यापारियों ने अनोखे तरीके से अपनी बात रखी।

अगर "नगर निगम का शुल्क आदेश" वापस नहीं हुआ तो आगे क्या होगा?

व्यापारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे दोबारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू करेंगे।