Publish Date - July 1, 2025 / 04:49 PM IST,
Updated On - July 1, 2025 / 04:49 PM IST
Ratlam Viral Video | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
रतलाम में ग्रामीणों का अनूठा विरोध,
ग्रामीणों से CMO ने नहीं लिया ज्ञापन,
नाराज़ ग्रामीणों ने कुत्ते को सौंपा ज्ञापन,
रतलाम: Ratlam Viral Video: जिले के धामनोद कस्बे में सोमवार को ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को लेकर अनूठे तरीके से विरोध दर्ज कराया। नगर परिषद की अनदेखी और गैर-जिम्मेदाराना रवैये से नाराज़ ग्रामीणों ने नगर परिषद कार्यालय में एक कुत्ते को माला पहनाकर उसे ही ज्ञापन सौंप दिया। यह विरोध प्रदर्शन क्षेत्र की उपेक्षा और प्रशासन की उदासीनता को लेकर था।
Ratlam Viral Video: ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में लंबे समय से सड़क, जल निकासी, साफ-सफाई, पेयजल, बिजली जैसी बुनियादी समस्याएं बनी हुई हैं। इन 13 सूत्रीय मांगों को लेकर जब वे नगर परिषद कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने सीएमओ से मिलकर ज्ञापन सौंपने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीणों के अनुसार सीएमओ महोदया ग्रामीणों की बात सुनने की बजाय नाराज़ होकर वहां से चली गईं।
Ratlam Viral Video: सीएमओ के इस व्यवहार से आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्यालय परिसर में घूम रहे एक कुत्ते को फूलों की माला पहनाई और उसे ही प्रतीकात्मक रूप से ज्ञापन सौंप दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब जिम्मेदार अधिकारी उनकी समस्याएं सुनने को तैयार नहीं हैं, तो फिर वे अपना ज्ञापन किसी को तो सौंपें चाहे वह कुत्ता ही क्यों न हो। इस विरोध प्रदर्शन का वीडियो और तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं जिससे स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
ग्रामीणों ने नगर परिषद सीएमओ द्वारा उनकी समस्याएं न सुनने के विरोध में प्रतीकात्मक रूप से कुत्ते को माला पहनाकर ज्ञापन सौंपा। यह प्रशासन की अनदेखी और उपेक्षा के खिलाफ एक अनोखा विरोध था।
"रतलाम धामनोद कुत्ता ज्ञापन मामला" किस वजह से चर्चा में है?
यह मामला इसलिए चर्चा में है क्योंकि ग्रामीणों ने अपने 13 सूत्रीय मांग पत्र को नगर परिषद के अधिकारी को देने के बजाय नाराज़गी में कुत्ते को सौंप दिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
ग्रामीणों की "13 सूत्रीय मांग" में कौन-कौन सी समस्याएं शामिल थीं?
इनमें सड़क निर्माण, जल निकासी व्यवस्था, साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, बिजली सुधार जैसी बुनियादी सुविधाएं शामिल थीं।
क्या "सीएमओ का रवैया" ग्रामीणों के प्रति असंवेदनशील था?
ग्रामीणों का आरोप है कि सीएमओ ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया और नाराज़ होकर वहां से चली गईं, जिससे आक्रोशित होकर उन्होंने विरोध का यह तरीका अपनाया।
क्या "रतलाम कुत्ता ज्ञापन प्रकरण" पर प्रशासन ने कोई प्रतिक्रिया दी है?
फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन वायरल वीडियो और बढ़ते जनदबाव को देखते हुए जल्द प्रतिक्रिया की उम्मीद है।