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Rewa News: रीवा: रीवा शहर की तंग गलियों में खुलेआम चल रहा था एक ऐसा प्राइवेट हॉस्पिटल, जो बिना पंजीयन, बिना डॉक्यूमेंट, और बिना लाइसेंस के मरीजों की जिंदगी से खुला खिलवाड़ कर रहा था। ‘संजीवनी हॉस्पिटल एवं चेस्ट केयर सेंटर’ नाम का यह प्रतिष्ठान जितना नाम में भरोसा देने वाला था, अंदर से उतना ही खतरनाक साबित हुआ।
हैरानी की बात यह है कि यह अवैध अस्पताल किसी आम व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि संजय गांधी अस्पताल में पदस्थ एक वरिष्ठ डॉक्टर की पत्नी द्वारा संचालित किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम जब छिंदवाड़ा हादसे के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट मोड पर निकली, तो रीवा में मिली ये चौंकाने वाली सच्चाई।
Rewa News: जांच के दौरान पाया गया कि संजीवनी हॉस्पिटल न तो स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत था और न ही उसके पास कोई वैध दस्तावेज मौजूद थे। इसके बावजूद वहां: ओपीडी, एक्स-रे और विभिन्न जांचें हो रहीं थीं, साथ ही दवाएं अस्पताल परिसर में ही बेची जा रही थीं जिसके लिए फार्मासिस्ट तक की तैनाती नहीं थी। यही नहीं, अस्पताल की भव्य इमारत देखकर कोई भी भ्रमित हो सकता था कि यहां सब कुछ वैधानिक होगा, लेकिन असलियत कुछ और ही थी।
प्रशासन ने अस्पताल को किया सील
Rewa News: स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि दो दिन पहले जब अस्पताल को नोटिस देकर जांच की गई थी, तब टीम के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। इसी के चलते शुक्रवार को एसडीएम अनुराग तिवारी, सीएमएचओ, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस बल के साथ संयुक्त कार्रवाई की गई। मौके पर पंचनामा तैयार किया गया और अस्पताल को सीज कर दिया गया।