Electricity worker strike
Electricity worker strike: भोपाल। इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2022 का विरोध तेज हो गया है। इस बिल को निजीकरण बताकर मध्यप्रदेश के 70 हजार बिजली अधिकारी-कर्मचारी आज कलमबंद हड़ताल पर रहे। मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर इंप्लाईज और इंजीनियर्स के बैनरतले अधिकारी-कर्मचारियों ने आज प्रदेश भर में हड़ताल की। भोपाल के गोविंदपुरा इलाके में बिजली कंपनी के दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी जुटे और प्रदर्शन किया। इस दौरान आम सभा में बड़ी संख्या में बिजलीकर्मी मौजूद रहे। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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Electricity worker strike: कर्मचारियों का कहना है कि सोमवार को इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल सदन में रखा जा रहा है। यह बिल बिजलीकर्मियों को अंधेरे में रखकर पास किया जा रहा है। यदि यह बिल पास हो गया तो बिजली का निजीकरण हो जायेगा। इसलिए इसके विरोध में पूरे प्रदेश में बिजलीकर्मी हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल में जलप्रदाय और सरकारी हॉस्पिटल में इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गई है,बाकि सभी कार्यों से बिजलीकर्मियों ने दूरी बना ली है।
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Electricity worker strike: आज बिजली कंपनी के ऑफिस तो खुले, लेकिन काम नहीं हो रहा है। लाइन फॉल्ट होने पर अमला सुधारने भी नहीं पहुंचा। इस कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई। आज बिजली बिल सिर्फ ऑनलाइन ही जमा हो रहे हैं। वहीं, लोगों को नए कनेक्शन भी नहीं मिल रहे हैं। राजधानी भोपाल में ही एसई, एई, जेई से लेकर निचले स्तर के करीब 3 हजार कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए।