Notice issued to 70 traders to demolish construction: सतना। जिला मुख्यालय में बीते 3 साल से अवैध फल-सब्जी मंडी का संचालन हो रहा है। मंडी अधिनियम के हिसाब से संचालित मंडी पूर्णता अवैध है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद जिला प्रशासन नींद से जागा है और इस अवैध मंडी को हटाने के लिए 70 व्यापारियों को निर्माण गिराने का नोटिस जारी किया गया।
जिला प्रशासन को ठेंगा दिखा कर व्यापारियों ने सतना के डिलौर में एक फल-सब्जी मंडी बना रखी है, जहां बिना नगर निगम की स्वीकृति के डेढ़ सौ से ज्यादा दुकानें बना ली गई। इस अवैध मंडी का संचालन बीते 3 वर्ष से ज्यादा वक्त से किया जा रहा है। बता दें कि एक व्यापारी द्वारा प्राइवेट लैंड खरीद कर यहां पर मंडी बना दी गई और सभी व्यापारी इसी मंडी में लंबे वक्त से व्यापार कर रहे। रसूख के दम पर तैयार की गई यह अवैध फल-सब्जी मंडी पर नगर निगम ने आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद नगर निगम प्रशासन की नींद टूटी और 70 व्यापारियों को आनन फानन निर्माण गिराने का नोटिस जारी कर दिया गया है। नियम को ध्यान में रखें तो व्यक्तिगत रूप से क्रय विक्रय करने की छूट होती है, लेकिन एक मंडी बनाकर व्यापार करना पूर्णता अवैध है। प्रशासन की नाक के नीचे अवैध मंडी फूल फल रही, वहीं देखा जाए तो सतना के नई बस्ती स्थित वैद्य मंडी में ताले जड़े हुए हैं। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई कि व्यापारियों द्वारा अवैध मंडी बनाकर राजस्व को हानि पहुंचाई जा रही। मंडी प्रशासन इस अवैध मंडी पर कार्यवाही करने के नाम से अपने कार्य क्षेत्र का बाहर का मामला बता रहे तो निगम अधिकारी इस मंडी को अवैध बता रहे, लेकिन मामला कोर्ट में लंबित होना बताकर कार्यवाही के नाम पर पल्ला झाड़ते नजर आए। IBC 24 से मृदुल पांडे की रिपोर्ट
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