गुरुजनों की शरण में पहुंचे प्रत्याशी, गुरु पूर्णिमा पर मांगा जीत का आशीर्वाद

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  • Publish Date - July 13, 2022 / 02:16 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

(gurupoornima special) : नगर निगम चुनाव के लिए हुए चुनावों के बाद मतगणना में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं जिसके चलते चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी ऐसा कोई भी जतन बाकी नहीं छोड़ रहे जो जीत के लिए जरूरी हो आज सर्वत्र गुरु पर्व मनाया जा रहा है । ऐसे में राजनीतिक दलों के नुमाइंदे और नगर निगम चुनाव में उतरे प्रत्याशी भी अपने-अपने गुरुओं के दर पर दस्तक देकर उनका आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। चुनाव की बाद बहुत से प्रत्याशी तो देश के प्रसिद्ध और सिद्ध धर्म स्थलों की यात्रा पर निकल गए हैं । तो वहीं दूसरी ओर जो प्रत्याशी शहर में रह गए हैं, वह भी अब देवी देवताओं के दर पर हाजिरी लगाकर जीत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

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प्रत्याशियों की कामना गुरुदेव की कृपा हो तो जीत सुनिश्चित

gurupoornima special : ऐसे लोगों के लिए आज का दिन और भी महत्वपूर्ण हो गया है । आज समूचे नगर के साथ ही पूरे प्रदेश और देश में गुरु पूर्णिमा का पर्व पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है । एक और जहां आम श्रद्धालु अपने-अपने गुरुओं के पास पहुंच कर उनकी पूजन अर्चन कर आशीर्वाद ले रहे है तो दूसरी तरफ नगर निगम चुनाव के उम्मीदवार अपने -अपने गुरुओं के स्थान पर पहुंच कर उनके चरणों में माथा टेक कर उनका आशीर्वाद ले रहे है । प्रत्याशियों की कामना यही है कि यदि गुरुदेव की कृपा हो जाती है तो उनकी जीत सुनिश्चित है । अब देखना यह है कि प्रत्याशियों को इसका कितना लाभ मिलता है, यह तो आने वाली 17 तारीख को मतगणना के स्पष्ट हो पाएगा । अपनी-अपनी जीत के लिए उम्मीदवारों ने भगवान से मन्नते भी मांग रखी है ।

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ईवीएम में कैद प्रत्याशियों की किस्मत

gurupoornima special : इस समय चुनाव मैदान में उतरे लोग कुछ ज्यादा ही धार्मिक नजर आ रहे हैं ।  चुनाव के पूर्व से लेकर अब तक शायद ही कोई ऐसा धार्मिक आयोजन प्रत्याशियों के क्षेत्र में बचा होगा जिससे उम्मीदवारों की उपस्थिति ना रही हो आज यदि किसी उम्मीदवार से बात करो तो उसका एक ही जवाब होता है की भैया हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है और चुनाव जीतने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी अब बाकी ऊपर वाले की हाथ में है। हालांकि जनता ने इनके भाग्य का फैसला तो ईवीएम में कैद कर दिया है,लेकिन अब भी इनके हाथ में एक हथियार बाकी है और वो है टोटके का। जी हां खेल के साथ-साथ राजनीति में भी पूर्वाग्रह लोगों पर हावी रहता है।

 

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