The District Affected By The Flood: मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में करीब दो सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट से प्रभावित हो गया है। यह बाढ़ चम्बल के नदी किनारे बसे लगभग दो सौ गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। चंबल की स्थिति भयावह बनी हुई है। चंबल नदी खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बह रही है। जिले के जनप्रतिनिधियों ने ऐसी भयावह स्थिति में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में मोर्चा संभाला है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अधिकारियों के साथ बैठक कर साफ निर्देश देकर गए थे की जरूरत पड़ी तो सेना के हेलीकॉप्टर की भी जाएंगे और उन्होंने मुरैना में दो हेलीकॉप्टर भेज दिए हैं। भाजपा से जोरा के विधायक सूबेदार सिंह लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और उन्होंने इलाके में जाकर भोजन और लोगों को निकालने का काम भी किया।
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The District Affected By The Flood: बता दें कि राजघाट पुल पर चम्बल खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बह रही है। जिनमें करीब 80 गांव पानी मे डूब गए हैं, और 100 से अधिक गांव टापू बन गए हैं,बाढ़ पीड़ितों के बचाव और राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बाद अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना ने हेलीकॉप्टर से आज रेस्कयू कर दो गांवों से लगभग पचास लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। लोगों को बाहर निकालने के साथ बाढ़ में फंसे लोगों के लिए हैलीकॉप्टर से भोजन के पैकेट व दवाईयां भेजी जा रही है।
बाढ़ पीड़ितों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उनकी गृहस्थी के साथ-साथ मवेशियों को भी चम्बल अपने साथ बहाकर ले गई है। फसलों के साथ उनका घर बार सब कुछ नष्ट हो गया है। मवेशी ही उनकी आमदनी का जरिया थी,अब वे किसके सहारे गुजर-बसर करेंगे,जिले के करीब 80 गांव तो ऐसे हैं जो बाढ़ की चपेट में है। कईयों गांवों में एक-एक मंजिला मकान डूब गए हैं। टापू, घरों की छतों या अन्य ऊंचाई वाले स्थलों पर अभी भी हजारों लोग फंसे हुए हैं, जिनके चारों ओर जल का जलजला आया हुआ है, लेकिन यह लोग पीने के पानी को परेशान हैं। क्योंकि बाढ़ में सारे हैंडपंप, कुएं और बोर डूब गए हैं।
The District Affected By The Flood: चिन्नाौनी क्षेत्र के विद्यापुरा गांव, सरायछौला क्षेत्र के भानपुर, बरवासिन, गडौरा आदि गांवों में फंसे ग्रामीणों के लिए दूसरे ग्रामीण ट्यूब की नाव बनाकर पीने के लिए पानी व खाना पहुंचा रहे हैं। स्थति इतनी विकराल है कि जहां भ रेस्क्यू टीम पहुंच रही है, वहां ग्रामीण सबसे पहले पीने के लिए पानी या बच्चों के लिए खाना मांग रहे हैं,चिन्नाौनी थाना क्षेत्र के जुगुरुआपुरा व आमलीपुरा गांव में अभी भी 80 से 90 लोग फंसे हुए हैं, यहां लोग तीन दिन से पीने के पानी व खाने के लिए परेशान है,प्रशासन की टीम यहां रेस्क्यू के लिए पहुंची तब कई ग्रामीण घर छोड़ने तैयार नहीं हुए, अब गांव के अधिकांश घर डूब में आ गए हैं।