Tikamgarh News: ‘पैसे दो, रिटायरमेंट फंड मिलेगा’, जिला अस्पताल में रिश्वत लेते स्वास्थ्य कर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार, नेत्र सहायक ने मांग ली इतने हजार की घूस

Tikamgarh News: ‘पैसे दो, रिटायरमेंट फंड मिलेगा’, जिला अस्पताल में रिश्वत लेते स्वास्थ्य कर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार, नेत्र सहायक ने मांग ली इतने हजार की घूस

Tikamgarh News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • रिटायरमेंट फंड के बदले मांगी रिश्वत
  • नेत्र सहायक रंगे हाथों पकड़ा गया
  • लोकायुक्त ने 20,000 लेते रंगे हाथ दबोचा

टीकमगढ़: Tikamgarh News: सागर लोकायुक्त टीम ने रविवार को टीकमगढ़ जिला अस्पताल परिसर स्थित नेत्र अस्पताल के नेत्र सहायक उमेश जैन को 20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई स्वास्थ्य पर्यवेक्षक रमेश चंद्र नायक की शिकायत पर की गई। शिकायतकर्ता रमेश चंद्र नायक ने बताया कि वे 31 अक्टूबर को रिटायर हो गए थे लेकिन उनका रिटायरमेंट फंड विभाग की ओर से अब तक जारी नहीं किया गया था।

इस संबंध में उन्होंने दो बार सीएमएचओ डॉ. शोभाराम रोशन से शिकायत की थी। सीएमएचओ ने ही उन्हें उमेश जैन से मिलने की सलाह दी थी यह कहते हुए कि वह उनकी समस्या का समाधान कर देंगे। रमेश चंद्र नायक के अनुसार जब वह उमेश जैन के पास पहुंचे तो जैन ने रिटायरमेंट फंड को जल्दी जारी कराने के लिए उनसे 30,000 रिश्वत की मांग की। लंबी बातचीत के बाद, यह राशि 28,000 तय हुई थी। शिकायतकर्ता रमेश चंद्र नायक ने इसकी सूचना लोकायुक्त सागर को दी।

Tikamgarh News: सोमवार को जब रमेश चंद्र नायक तय राशि में से पहली किस्त के रूप में 20,000 लेकर नेत्र सहायक उमेश जैन के पास पहुंचे, तभी लोकायुक्त टीम सागर ने उन्हें रंगे हाथ दबोच लिया। लोकायुक्त टीम ने आरोपी नेत्र सहायक उमेश जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

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"टीकमगढ़ रिश्वत कांड" में पकड़े गए व्यक्ति की पहचान क्या है?

इस मामले में नेत्र सहायक उमेश जैन को 20,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है।

"रिटायरमेंट फंड में रिश्वत" किससे और क्यों मांगी गई थी?

सेवानिवृत्त स्वास्थ्य पर्यवेक्षक रमेश चंद्र नायक से उनके रिटायरमेंट फंड को जल्दी रिलीज कराने के लिए रिश्वत मांगी गई थी।

"सागर लोकायुक्त टीम की कार्रवाई" किस शिकायत पर हुई?

यह कार्रवाई रमेश चंद्र नायक की शिकायत पर हुई, जिन्होंने पूरी बातचीत रिकॉर्ड कर लोकायुक्त को सौंपी थी।

"सीएमएचओ की भूमिका" क्या रही इस प्रकरण में?

सीएमएचओ डॉ. शोभाराम रोशन ने ही शिकायतकर्ता को उमेश जैन के पास भेजा था, लेकिन उनकी किसी प्रकार की संलिप्तता की पुष्टि नहीं हुई है।

"टीकमगढ़ लोकायुक्त भ्रष्टाचार मामला" में आगे क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।