नागपुर, 11 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को कहा कि तेजी से विकसित हो रहे शहरी क्षेत्रों में नागरिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर राज्य के दृष्टिकोण के तहत पुणे महानगर क्षेत्र के लिए 32,523 करोड़ रुपये की 220 विकास परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
फडणवीस यहां विधान भवन परिसर में आयोजित पुणे महानगर नियोजन समिति की पांचवीं बैठक में बोल रहे थे।
इस बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल और कई विधायक मौजूद रहे।
जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी उनमें पवना, इंद्रायणी, मूला और मुथा नदियों का पुनर्जीवन, प्रमुख चौराहों पर यातायात बाधित जैसी समस्या कम करने की 17 परियोजनाएं, 10 पर्यटन केंद्र, एक स्काईवॉक और पांच मल्टी-मोडल हब परियोजनाएं शामिल हैं।
यरवदा और कात्रज के बीच 20 किलोमीटर लंबी सुरंग का भी प्रस्ताव रखा गया है। इसकी व्यवहार्यता का आकलन किया जा रहा है और अनुमानित लागत 7,500 करोड़ रुपये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुणे के तेजी से हो रहे शहरीकरण के लिए योजनाबद्ध और समन्वित विकास की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘सड़क विकास योजना को पहले अंतिम रूप दिया जाना चाहिए और उसके बाद ही शहर विकास योजनाएं तैयार की जानी चाहिए।’’
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे भविष्य में जनसंख्या वृद्धि और विस्तार को ध्यान में रखते हुए महानगर क्षेत्र के लिए संरचना योजना को निर्धारित समय के भीतर पूरा करें।
फडणवीस ने कहा कि जून 2021 में पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) की सीमा में शामिल किए गए 23 गांवों की योजना नगर निकाय द्वारा बनाई जानी चाहिए।
बैठक के बाद जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि पुणे महानगर क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों में 589 किलोमीटर की 127 सड़क परियोजनाएं, 83 किलोमीटर का रिंग रोड, विकास केंद्रों, औद्योगिक क्षेत्रों और हवाई अड्डे को जोड़ने वाली सड़क परियोजनाएं, तीन पुल/फ्लाईओवर परियोजनाएं, तीन आवास परियोजनाएं और चार जल आपूर्ति योजनाएं (वाघोली योजना पूरी हो चुकी है) शामिल हैं।
भाषा यासिर रंजन
रंजन