नागपुर, 24 जून (भाषा) माओवादियों से संबंध मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जी एन साईबाबा और चार अन्य द्वारा दायर अपील पर 17 जुलाई से यहां बंबई उच्च न्यायालय की एक नयी पीठ सुनवाई करेगी।
अदालत की वेबसाइट के अनुसार, याचिका को नागपुर पीठ के न्यायमूर्ति विनय जोशी और न्यायमूर्ति वाल्मीकि मेनेजेस के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
साईबाबा के अलावा, महेश करीमन तिर्की, हेम केशवदत्त मिश्रा, प्रशांत राही नारायण सांगलीकर और विजय नान तिर्की ने अपील दायर की है।
उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति रोहित देव और न्यायमूर्ति अनिल पानसरे की पीठ ने 14 अक्टूबर, 2022 को साईबाबा और चार अन्य को इस आधार पर बरी कर दिया था कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत उन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी अमान्य थी।
महाराष्ट्र सरकार ने इस फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी। उच्चतम न्यायालय ने बरी किए जाने के फैसले को इस साल अप्रैल में रद्द कर दिया था और मामले को चार महीने के भीतर गुण-दोष के आधार पर नए सिरे से विचार करने के लिए उच्च न्यायालय में वापस भेज दिया था।
भाषा आशीष नेत्रपाल
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