सरकारों और संगठनों को बदलते समय के साथ अपनी योजनाओं में बदलाव करना होगा : नायडू

सरकारों और संगठनों को बदलते समय के साथ अपनी योजनाओं में बदलाव करना होगा : नायडू

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  • Publish Date - November 5, 2025 / 04:56 PM IST,
    Updated On - November 5, 2025 / 04:56 PM IST

अमरावती, पांच नवंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सरकारों और संगठनों से आह्वान किया कि वे बदलते समय के साथ तालमेल बैठाने के लिए अपनी योजनाओं में बदलाव करें, क्योंकि दुनिया में व्यापक परिवर्तन हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी लंदन में इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स (आईओडी) में अपने संबोधन के दौरान की। इंस्टीट्यूट ने उनकी पत्नी एन. भुवनेश्वरी को सम्मानित करते हुए विशिष्ट फेलोशिप-2025 प्रदान की।

बुधवार को एक प्रेस नोट में नायडू के हवाले से कहा गया, “ऐसे समय में जब दुनिया में असंख्य परिवर्तन हो रहे हैं, सरकारों और संगठनों को अपनी योजनाओं में उसी के अनुरूप बदलाव करने की आवश्यकता है।”

उन्होंने एक ऐसे दृष्टिकोण का आह्वान किया जो बदलते समय के अनुरूप तथा प्रौद्योगिकी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो, जिसके लिए मजबूत, दूरदर्शी योजना की आवश्यकता होती है।

मुख्यमंत्री के अनुसार, कृत्रिम बुद्धिमता बहुत तेजी से पूरे विश्व में फैल रही है और भविष्य इसी तकनीक के इर्द-गिर्द घूमने के अनेक संकेत दिखाई दे रहे हैं।

उन्होंने विचार प्रक्रिया को इस वास्तविकता के अनुरूप बनाने का आह्वान किया और कहा कि दक्षिणी राज्य इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बना रहा है। इसके अलावा, अपनी पत्नी को कॉर्पोरेट गवर्नेंस 2025 में उत्कृष्टता के लिए दो पुरस्कार – आईओडी प्रतिष्ठित फेलो पुरस्कार और गोल्डन पीकॉक पुरस्कार – मिलने पर नायडू ने कहा कि उन्हें पत्नी पर बहुत गर्व है।

नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भुवनेश्वरी सिर्फ एक उद्यमी और परोपकारी नहीं हैं, बल्कि तेलुगु संस्कृति की एक गौरवशाली प्रतिनिधि हैं, जो अपने मूल्यों, करुणा और नेतृत्व के माध्यम से भारतीय और तेलुगु विरासत को कायम रखती हैं।”

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश