पुणे, 28 अप्रैल (भाषा) पुणे के शिवाजीनगर थाने के साइबर प्रकोष्ठ ने जाली नोट गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी के मुताबिक, 17 अप्रैल को एक स्थानीय बैंक की ‘कैश डिपॉज़िट मशीन’ में 200 रुपये के 55 जाली नोट जमा किए जाने के बाद जांच शुरू हुई थी।
अधिकारी ने बताया कि अब तक 28.66 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट जब्त किये गये हैं और अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (जोन एक) संदीप सिंह गिल ने बताया कि बैंक प्रबंधक की शिकायत पर 17 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद तकनीकी विश्लेषण की मदद से एक विशेष टीम ने अगले दिन मनीषा स्वप्निल थानेकर, भारती तानाजी गवंड और सचिन रामचंद्र यमगर को गिरफ्तार कर लिया।
गिल के मुताबिक, ‘आरोपियों ने बताया कि उन्होंने लोहेगांव निवासी नरेश भीमप्या शेट्टी से जाली नोट प्राप्त किए थे। शेट्टी के आवास पर छापेमारी में 200 रुपये के जाली नोटों की 20 गड्डियां बरामद हुईं, जिनका मूल्य चार लाख रुपये है। इसके अलावा 2.04 लाख रुपये के असली नोट, एक प्रिंटर, मुद्रण स्याही, खाली कागज और अन्य सामग्री बरामद हुई।’
अधिकारी ने बताया कि इसके अतिरिक्त शेट्टी की कार से 200 रुपये के 648 जाली नोट और 500 रुपये के तीन जाली नोट जब्त किए गए, जिनकी कुल कीमत 1.31 लाख रुपये है।
शिवाजीनगर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक महेश बोलकोटगी, “ हमने जाली नोट छापने में इस्तेमाल किए गए लैपटॉप के मालिक की पहचान कर ली है। हम इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए प्रयास तेज कर रहे हैं।”
भाषा नोमान अविनाश
अविनाश