मुंबई, 12 नवंबर (भाषा) शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी चिह्न के लिए लंबी कानूनी लड़ाई पर बुधवार को परोक्ष तौर पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उच्चतम न्यायालय का महत्वपूर्ण फैसला ‘‘इस मामले को भुला दिये जाने से पहले’’ आ जाएगा।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने यह टिप्पणी, उनके गुट द्वारा दायर याचिका पर अंतिम सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा 21 जनवरी की तारीख तय करने के बाद की। इस याचिका में निर्वाचन आयोग के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें मूल चुनाव चिह्न ‘धनुष और बाण’ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी शिवसेना गुट को आवंटित कर दिया गया था।
फरवरी 2023 में निर्वाचन आयोग के फैसले के तुरंत बाद, ठाकरे गुट ने इसे अदालत में चुनौती दी।
अदालती घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जताते हुए, ठाकरे ने कहा, ‘सुनवाई जारी है। हमें अब भी विश्वास है कि इस मामले को भुलाए जाने से पहले ही फैसला आ जाएगा।’
इससे पहले दिन में उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को ‘धनुष और बाण’ चुनाव चिह्न आवंटित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले के खिलाफ शिवसेना (उबाठा) की याचिकाओं पर अंतिम सुनवाई के लिए 21 जनवरी की तारीख निर्धारित की।
भाषा अमित सुरेश
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