वाईएसआरसीपी का आरोप, पार्टी की जीत रोकने के लिये साजिश रच रहे हैं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री

वाईएसआरसीपी का आरोप, पार्टी की जीत रोकने के लिये साजिश रच रहे हैं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री

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  • Publish Date - August 11, 2025 / 08:05 PM IST,
    Updated On - August 11, 2025 / 08:05 PM IST

अमरावती, 11 अगस्त (भाषा) युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के नेता वी. श्रीनिवास ने मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू पर 12 अगस्त को होने वाले पुलिवेंदुला और वोंटीमिट्टा स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टी की जीत को रोकने की साजिश रचने का सोमवार को आरोप लगाया।

पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि नायडू स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव में हार के डर से “परिणामों को प्रभावित करने के लिए” पुलिस और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के समर्थकों का दुरुपयोग कर रहे हैं।

ताडेपल्ली में वाईएसआरसीपी केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में श्रीनिवास ने दावा किया, ‘‘नायडू पुलिवेंदुला और वोंटीमिट्टा स्थानीय निकाय चुनाव में वाईएसआरसीपी की जीत को विफल करने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं। ऐसी रणनीतियां अंततः विफल होंगी।’’

मंडल परिषद क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्र चुनाव रामकुप्पम (चित्तूर जिला), करेमपुडी (पलनाडु जिला) और विदावलुरु (नेल्लोर जिला) में होने वाले हैं जबकि जिला परिषद क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्र चुनाव पुलिवेंदुला और वोंटीमिट्टा (वाईएसआर कडपा जिला) में होने वाले हैं।

जेडपीटीसी के सदस्य सी. महेश्वर रेड्डी का दो साल पहले निधन हो जाने के बाद से यह उपचुनाव आवश्यक हो गया है।

श्रीनिवास ने दावा किया कि शांतिपूर्ण चुनाव से तेदेपा की जीत असंभव हो जाएगी। उन्होंने नायडू पर विकास-केंद्रित पुलिवेंदुला को “प्रतिशोध से प्रेरित राजनीतिक युद्धक्षेत्र” में बदलने का आरोप लगाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने एक वर्ष के भीतर ही आंध्र प्रदेश को अराजकता में धकेल दिया है। उन्होंने “लूटपाट, अत्याचार, झूठे एससी/एसटी मामले दर्ज करने और मतदान अधिकारों को प्रतिबंधित करने के लिए मतदान केंद्रों को स्थानांतरित करने का सहारा लिया है।”

श्रीनिवास ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी के सैकड़ों समर्थकों को मुकदमे का सामना करना पड़ा है, पार्टी के नेताओं पर हमले हुए हैं और पुलिस अधिकारी कथित तौर पर कानून-व्यवस्था के निष्पक्ष प्रवर्तक के बजाय तेदेपा की कठपुतली के रूप में काम कर रहे हैं।

श्रीनिवास की टिप्पणी पर सत्तारूढ़ तेदेपा ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

भाषा प्रीति प्रशांत

प्रशांत