2026 Chhath Puja Date: नए साल में कब है छठ पूजा? नोट करें नहाय-खाय, खरना, अर्घ्य की सही तिथि और Chhath Puja 2026 की पूजा विधि

छठ महापर्व का सबसे महत्वपूर्ण पल सुबह-सवेरे उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करना है। इस पवित्र विधि के साथ चार दिन का यह लोक आस्था पर्व समाप्त होता है। 2026 में छठ पूजा की तारीख जानना भी श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है।

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 12:28 PM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 12:35 PM IST

(2026 Chhath Puja Date/ Image Credit: IBC24 News Customize)

HIGHLIGHTS
  • छठ पूजा का पवित्र अनुष्ठान: उषा अर्घ्य।
  • पारण के साथ व्रत का समापन और आशीर्वाद का संकेत।
  • हर बिहारी पूरे साल बेसब्री से छठ पूजा का इंतजार करता है।

2026 Chhath Puja Date: छठ पूजा के अंतिम दिन व्रती परिवार सहित नदी, तालाब या घाट किनारे खड़े होकर सूर्योदय के समय जल अर्पित करते हैं। इसे उषा अर्घ्य कहा जाता है। सूर्यदेव को जीवन और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है, इसलिए इस अर्घ्य का विशेष महत्व है।

व्रत का पारण

उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रतियों का उपवास टूटता है, जिसे पारण कहा जाता है। यह पल परिवार और समाज में नया उत्साह और आशीर्वाद का प्रतीक होता है। पारण के साथ ही चार दिन का यह लोक आस्था का पर्व समाप्त हो जाता है।

हर बिहारवासियों का प्रतीक्षित पर्व

छठ ऐसा पर्व है जिसका हर बिहारवासी पूरे साल बेसब्री से इंतजार करता है। चाहे लोग देश-विदेश में कहीं भी हों, छठ आने पर वे अपने घर लौटने की कोशिश करते हैं। घाटों की सफाई, घरों में पवित्रता और भक्ति का माहौल इसे विशेष बनाते हैं। यही कारण है कि छठ बिहार की संस्कृति और आस्था की सबसे बड़ी शक्ति माना जाता है।

2026 में छठ पूजा की तिथियां

  • 13 नवंबर, शुक्रवार: नहाय-खाय से पर्व की शुरुआत
  • 14 नवंबर, शनिवार: खरना और घर-घर में प्रसाद वितरण
  • 15 नवंबर, रविवार: संध्या अर्घ्य और मुख्य अनुष्ठान
  • 16 नवंबर, सोमवार: उगते सूर्य को अर्घ्य और व्रत का पारण

छठ पूजा के नियम

इस पर्व में शुद्धता, सात्त्विक भोजन, व्रत और आस्था का पालन जरूरी है। व्रती साधारण और सादे कपड़े पहनते हैं और पूरी भक्ति के साथ अनुष्ठान करते हैं।

छठ पूजा कहां विशेष रूप से मनाई जाती है?

छठ पूजा बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई जाती है। घाटों और घरों की सजावट, भजन-कीर्तन और सामूहिक भक्ति इस पर्व की भव्यता को और बढ़ा देती है।

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छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान कौन सा है?

छठ पूजा का सबसे पवित्र पल उषा अर्घ्य है, जब सूर्योदय के समय व्रती जल अर्पित करते हैं।

पारण का क्या महत्व है?

पारण वह क्षण है जब व्रतियों का उपवास टूटता है और यह परिवार और समाज में आशीर्वाद और उत्साह का प्रतीक होता है।

छठ पूजा कब मनाई जाएगी?

2026 में छठ पूजा 13 से 16 नवंबर तक मनाई जाएगी।

छठ पूजा के दौरान कौन से नियम महत्वपूर्ण हैं?

इस पर्व में शुद्धता, सात्त्विक भोजन, व्रत और आस्था का पालन जरूरी है। व्रती साधारण और सादे कपड़े पहनते हैं।