Publish Date - March 15, 2025 / 01:56 PM IST,
Updated On - March 17, 2025 / 02:00 PM IST
Vishnu ka Sushasan: सौर ऊर्जा की ओर बढ़ रहा हमारा छत्तीसगढ़ / Image Source: IBC24 Customized
HIGHLIGHTS
छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा सौर ऊर्जा का उपयोग, जनता को मिल रही राहत
नेट मीटरिंग प्रणाली से बिजली बेचकर आम लोग कमा रहे अतिरिक्त आय
साय सरकार की पहल से योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंच रहा है
रायपुर: Beneficiary of PM Surya Ghar Scheme छत्तीसगढ़ की सत्ता में विष्णुदेव साय के आने के बाद से जनता को केंद्र सरकार की योजनाओं के लिए मुंह ताकना नहीं पड़ रहा है। ये प्रदेश सरकार के कुशल नेतृत्व का परिचय देता है। साय सरकार की कार्यकुशलता का उदाहरण है कि प्रदेश की जनता को अब पीएम आवास योजना का लाभ मिलने लगा है। इतना ही नहीं साय सरकार की पहल से अब जनता को बिजली बिल के नाम पर जेब ढीली करनी नहीं पड़ रही है। जी हां प्रदेश की जनता को पीएम सूर्य घर योजना का लाभ मिल रहा है। इस योजना का लाभ लेने वाले खुद साय सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
Beneficiary of PM Surya Ghar Scheme दरअसल राजनांदगांव के अनुपम नगर निवासी रमेश एम. चावडा ने इस योजना का लाभ उठाते हुए अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित किया। इस प्लांट की कुल लागत 1.90 लाख रुपए थी, जिसमें केंद्र सरकार से 78,000 रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई। इस सहायता से रमेश चावडा के लिए सोलर प्लांट लगवाना न केवल आसान हुआ, बल्कि अब वह बिजली बिल के झंझट से भी मुक्त हो गए हैं।
रमेश चावडा बताते हैं कि रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के बाद उनके घर का बिजली खर्च लगभग समाप्त हो गया है। नेट मीटरिंग प्रणाली के माध्यम से अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजने पर उन्हें आर्थिक लाभ भी हो रहा है। यानी, जरूरत से अधिक बिजली उत्पन्न होने पर वह इसे सरकार को बेच सकते हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो रही है।
सूर्य घर योजना क्या है?
“प्रधानमंत्री सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना” भारत सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य देश के 1 करोड़ घरों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना और हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करना है। इस योजना के तहत घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जाते हैं, जिससे बिजली बिल कम हो और पर्यावरण को लाभ मिले। यह योजना गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को सस्ती, स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने के साथ-साथ ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम है। इसे 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था, और इसके लिए 75,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना होगा। सरकार इसके लिए सब्सिडी और कम ब्याज दर पर लोन की सुविधा देती है।
सूर्य घर योजना का लाभ
मुफ्त बिजली: हर महीने 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलती है।
सब्सिडी: 1-2 किलोवाट सिस्टम के लिए 30,000 रुपये प्रति किलोवाट (अधिकतम 60,000 रुपये तक)।
3 किलोवाट या अधिक के लिए 78,000 रुपये तक की सब्सिडी।
बिजली बिल में कमी: सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली से आपका बिजली खर्च कम होगा।
अतिरिक्त आय: अधिशेष बिजली को बेचकर आप आय भी कमा सकते हैं।
पर्यावरणीय लाभ: कार्बन उत्सर्जन में कमी और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा।
आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
इस योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन करना होता है। नीचे चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है:
वेबसाइट पर जाएं: आधिकारिक पोर्टल pmsuryaghar.gov.in पर जाएं।
रजिस्ट्रेशन: होमपेज पर “Apply for Rooftop Solar” पर क्लिक करें।
अपना राज्य, जिला, बिजली वितरण कंपनी (डिस्कॉम), और उपभोक्ता खाता नंबर (बिजली बिल पर उपलब्ध) दर्ज करें।
“Next” पर क्लिक करें।
लॉगिन: मोबाइल नंबर और ओटीपी के जरिए पंजीकरण पूरा करें। फिर उपभोक्ता नंबर और मोबाइल नंबर से लॉगिन करें।
फॉर्म भरें: रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें और सबमिट करें।
फिजिबिलिटी अप्रूवल: डिस्कॉम से स्वीकृति का इंतजार करें।
इंस्टॉलेशन: स्वीकृति मिलने पर, अपने डिस्कॉम में रजिस्टर्ड वेंडर से सोलर पैनल लगवाएं।
नेट मीटर: इंस्टॉलेशन के बाद, पोर्टल पर प्लांट की डिटेल जमा करें और नेट मीटर के लिए आवेदन करें।
सब्सिडी प्राप्त करें: नेट मीटर लगने और डिस्कॉम के निरीक्षण के बाद, पोर्टल पर बैंक खाता विवरण और एक रद्द चेक अपलोड करें। सब्सिडी 30 कार्यदिवसों में आपके खाते में जमा हो जाएगी।
आवेदक का अपना घर हो (छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए)।
परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में न हो।
आवश्यक दस्तावेज
आधार कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
बिजली बिल
छत के मालिकाना हक का प्रमाण
मोबाइल नंबर
बैंक खाता विवरण और रद्द चेक
बता दें कि यह योजना न केवल बिजली बिल बचाती है, बल्कि रोजगार सृजन और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या अपने स्थानीय डिस्कॉम से संपर्क करें।