इशान किशन इतनी राशि में खरीदने लायक नहीं था : वाटसन

इशान किशन इतनी राशि में खरीदने लायक नहीं था : वाटसन

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  • Publish Date - April 16, 2022 / 03:12 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) आस्ट्रेलिया के पूर्व आल राउंडर और दिल्ली कैपिटल्स के मौजूदा सहायक कोच शेन वाटसन ने मुंबई इंडियंस की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) नीलामी में इशान किशन पर 15 करोड़ रूपये की राशि खर्च करने के लिये आलोचना करते हुए कहा कि यह प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज इतनी राशि में खरीदने लायक नहीं था।

वाटसन ने साथ मुंबई इंडियंस की चोटिल जोफ्रा आर्चर को इतनी बड़ी राशि में खरीदने के लिये आलोचना की।

मुंबई इंडियंस अभी तक पांच मैचों में एक भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है जिसने किशन को खरीदने के लिये 15.25 करोड़ रूपये और आर्चर को खरीदने के लिये आठ करोड़ रूपये खर्च किये थे। आर्चर अभी भी कोहनी की चोट से उबर रहे हैं।

पांच बार की चैम्पियन ने रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, सूर्यकुमार यादव और कीरोन पोलार्ड को रिटेन किया था।

वाटसन ने ‘द ग्रेड क्रिकेटर’ पोडकास्ट में बातचीत में कहा, ‘‘मुंबई इंडियंस तालिका में निचले स्थान पर है, मुझे इसमें कुछ हैरानी नहीं हो रही क्योंकि उन्होंने नीलामी में हैरानी भरे फैसले किये। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘इशान किशन को खरीदने में इतनी सारी राशि खर्च करना। वह काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है लेकिन वह इतनी सारी राशि खर्च करने लायक खिलाड़ी नहीं है। ’’

वाटसन ने कहा, ‘‘फिर जोफ्रा आर्चर के बारे में पता नहीं था कि वह खेलने आयेगा या नहीं। वह काफी समय से क्रिकेट नहीं खेला है। टीम के कुछ फैसले खराब रहे। ’’

गत चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को भी चार हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद उसने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर पर 23 रन की जीत से खाता खोला।

आईपीएल में सीएसके के लिये खेल चुके वाटसन ने कहा, ‘‘सीएसके के साथ सबसे बड़ा मुद्दा है कि उनकी तेज गेंदबाजी में कुछ खामी है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल उनके पास शार्दुल ठाकुर था। दीपक चाहर चोटिल हो गया है। उन्होंने नीलामी में उस पर काफी खर्चा किया लेकिन अब वह टूर्नामेंट के काफी हिस्से में अनुपलब्ध होगा जो उनके लिये नुकसानदायक है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘उनके पास जोश हेजलवुड जैसा विदेशी तेज गेंदबाज नहीं है। इससे पहले उनके पास हमेशा विश्व स्तरीय विदेशी तेज गेंदबाज रहा है। इसलिये वे जूझ रहे हैं। ’’

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द