मुक्केबाजी के राष्ट्रीय शिविर में निजी कोच को अनुमति नहीं

मुक्केबाजी के राष्ट्रीय शिविर में निजी कोच को अनुमति नहीं

  •  
  • Publish Date - July 9, 2025 / 06:19 PM IST,
    Updated On - July 9, 2025 / 06:19 PM IST

नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) का कामकाज देख रही अंतरिम समिति ने बुधवार को आधिकारिक राष्ट्रीय शिविरों में निजी कोच और सहायक कर्मचारियों को अनुमति नहीं देने की लंबे समय से चली आ रही अपनी नीति को दोबारा लागू किया।

भारतीय पुरुष और महिला मुक्केबाजों ने हाल में उल्लेखनीय प्रगति दिखाई है। भारत ने ब्राजील में विश्व मुक्केबाजी कप में छह पदक और इस साल की शुरुआत में अस्ताना में महिला वर्ग में तीन स्वर्ण सहित रिकॉर्ड 11 पदक जीते।

बीएफआई के कार्यकारी निदेशक और अंतरिम समिति के सदस्य अरुण मलिक ने कहा, ‘‘यह प्रक्रिया बेहतर अनुशासन, डेटा आधारित प्रतिक्रिया और दीर्घकालिक खिलाड़ी विकास पर ध्यान केंद्रित करती है। विश्व मुक्केबाजी कप में ऐतिहासिक प्रदर्शन सहित हमारी हालिया पदक तालिका इस बात को पुष्ट करती है कि एक केंद्रीकृत मॉडल परिणाम देता है। हम इस प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिससे कि शीर्ष स्तर की सफलता को बनाए रखा जा सके और बढ़ाया जा सके। ’’

राष्ट्रीय शिविरों का नेतृत्व वर्तमान में मुख्य कोच डीएस यादव (पुरुष) और डॉ चंद्रलाल (महिला) कर रहे हैं।

भाषा सुधीर नमिता

नमिता