Operation Sindoor/ Image Credit: Facebook
नई दिल्ली: Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। रक्षा मंत्रालय की तरफ से रेगुलर आर्मी की सहायता के लिए एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के मुताबिक रेगुलर आर्मी अपनी सहायता के लिए टेरिटोरियल आर्मी को कभी भी बुला सकती है। ऐसे में सभी के मन में एक सवाल है कि, क्या जरूरत पड़ी तो एमएस धोनी भी बॉर्डर पर जाएंगे? एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पदस्थ है।
रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी की गई अधिसूचना के बाद अब सेना प्रमुख के पास अधिकार होगा कि वह टेरिटोरियल आर्मी को अपने हिसाब से मदद के लिए सैन्य कार्रवाई में शामिल कर सके। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। ऐसे में अगर पाकिस्तान के खिलाफ जंग शुरू हुई तो धोनी को भी बॉर्डर पर जाना पड़ सकता है।
Operation Sindoor: आपको बता दें कि, टेरिटोरियल आर्मी एक रिजर्व सैन्य बल है। टेरिटोरियल आर्मी सीधे मोर्चा नहीं संभालती, लेकिन युद्ध के समय इस आर्मी को भी मैदान में उतारा जाता है। टेरिटोरियल आर्मी सेना को अलग-अलग तरह की सेवाएं उपलब्ध कराती है। अगर जरूरत पड़ती है तो इस आर्मी को नियमित सेना को यूनिट भी देनी पड़ती है।
इतना ही नहीं टेरिटोरियल आर्मी में शामिल लोगों को सेना की तरफ से ट्रेनिंग भी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, समय आने पर वो भी भारतीय सेना का साथ दे सकें। कट के वक्त में इस आर्मी का काम आंतरिक सुरक्षा देना भी होता है। टेरिटोरियल आर्मी एक स्वैच्छिक संगठन है। इसी टेरिटोरियल आर्मी में धोनी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और वह आर्मी की ट्रेनिंग कर चुके हैं।
Operation Sindoor: बात की जाए एमएस धोनी की तो धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। धोनी चेन्नई के लिए आईपीएल खेल रहे थे, लेकिन दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए आईपीएल को सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। आईपीएल सस्पेंड होने के बाद फ़िलहाल धोनी फ्री है और वह आर्मी में अपनी सेवाएं दे सकते हैं।