Operation Sindoor: बॉर्डर पर जाएंगे एमएस धोनी? रक्षा मंत्रालय ने टेरिटोरियल आर्मी के लिए जारी की अधिसूचना

Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है।

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  • Publish Date - May 10, 2025 / 08:40 AM IST,
    Updated On - May 10, 2025 / 08:44 AM IST

Operation Sindoor/ Image Credit: Facebook

HIGHLIGHTS
  • भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है।
  • रक्षा मंत्रालय की तरफ से रेगुलर आर्मी की सहायता के लिए एक अधिसूचना जारी की है।
  • इस अधिसूचना के मुताबिक रेगुलर आर्मी अपनी सहायता के लिए टेरिटोरियल आर्मी को कभी भी बुला सकती है।

नई दिल्ली: Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लिया है। रक्षा मंत्रालय की तरफ से रेगुलर आर्मी की सहायता के लिए एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के मुताबिक रेगुलर आर्मी अपनी सहायता के लिए टेरिटोरियल आर्मी को कभी भी बुला सकती है। ऐसे में सभी के मन में एक सवाल है कि, क्या जरूरत पड़ी तो एमएस धोनी भी बॉर्डर पर जाएंगे? एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पदस्थ है।

रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी की गई अधिसूचना के बाद अब सेना प्रमुख के पास अधिकार होगा कि वह टेरिटोरियल आर्मी को अपने हिसाब से मदद के लिए सैन्य कार्रवाई में शामिल कर सके। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। ऐसे में अगर पाकिस्तान के खिलाफ जंग शुरू हुई तो धोनी को भी बॉर्डर पर जाना पड़ सकता है।

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टेरिटोरियल आर्मी क्या है?

Operation Sindoor: आपको बता दें कि, टेरिटोरियल आर्मी एक रिजर्व सैन्य बल है। टेरिटोरियल आर्मी सीधे मोर्चा नहीं संभालती, लेकिन युद्ध के समय इस आर्मी को भी मैदान में उतारा जाता है। टेरिटोरियल आर्मी सेना को अलग-अलग तरह की सेवाएं उपलब्ध कराती है। अगर जरूरत पड़ती है तो इस आर्मी को नियमित सेना को यूनिट भी देनी पड़ती है।

इतना ही नहीं टेरिटोरियल आर्मी में शामिल लोगों को सेना की तरफ से ट्रेनिंग भी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, समय आने पर वो भी भारतीय सेना का साथ दे सकें। कट के वक्त में इस आर्मी का काम आंतरिक सुरक्षा देना भी होता है। टेरिटोरियल आर्मी एक स्वैच्छिक संगठन है। इसी टेरिटोरियल आर्मी में धोनी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और वह आर्मी की ट्रेनिंग कर चुके हैं।

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अपनी सेवाएं दे सकते हैं धोनी

Operation Sindoor: बात की जाए एमएस धोनी की तो धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। धोनी चेन्नई के लिए आईपीएल खेल रहे थे, लेकिन दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए आईपीएल को सस्पेंड कर दिया गया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। आईपीएल सस्पेंड होने के बाद फ़िलहाल धोनी फ्री है और वह आर्मी में अपनी सेवाएं दे सकते हैं।

टेरिटोरियल आर्मी क्या है और यह रेगुलर आर्मी से कैसे अलग है?

टेरिटोरियल आर्मी एक रिजर्व बल है जो आवश्यकता पड़ने पर रेगुलर आर्मी की सहायता करता है। यह मुख्य रूप से सिविल प्रोफेशनल्स से बना होता है, जबकि रेगुलर आर्मी पूर्णकालिक सैन्य बल है।

क्या टेरिटोरियल आर्मी के सदस्य युद्ध में हिस्सा लेते हैं?

जरूरत पड़ने पर, जैसे युद्ध या आपात स्थिति में, टेरिटोरियल आर्मी को सक्रिय ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है। हालांकि सामान्य परिस्थितियों में ये सदस्य नियमित कार्य नहीं करते।

क्या एमएस धोनी को टेरिटोरियल आर्मी की ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है?

हाँ, यदि सेना को जरूरत हुई तो धोनी को ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है, क्योंकि वे टेरिटोरियल आर्मी के मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और उन्होंने सैन्य प्रशिक्षण भी लिया है।

टेरिटोरियल आर्मी में कैसे शामिल हो सकते हैं?

18 से 42 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिक, जो फिजिकली फिट हों और किसी सिविल जॉब में हों, वे टेरिटोरियल आर्मी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें परीक्षा, इंटरव्यू और मेडिकल फिटनेस प्रक्रिया शामिल होती है।

क्या टेरिटोरियल आर्मी में नौकरी करने पर वेतन और भत्ते मिलते हैं?

हाँ, सेवा अवधि के दौरान टेरिटोरियल आर्मी के सदस्यों को रेगुलर आर्मी के समान वेतन और भत्ते मिलते हैं।