खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में आदिवासी छात्रावास में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने जनजातीय कार्य विभाग के जिला कार्यालय में जमकर हंगामा किया। इस दौरान आंदोलन कर रहे कर्मचारियों में से एक महिला और एक पुरुष कर्मचारी ने अधिकारी के सामने ही सल्फास की गोलियां खा ली और आत्महत्या करने का प्रयास किया। इस दौरान जनजाति कार्य विभाग पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों कर्मचारियों को पकड़कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया भर्ती कराया है।
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ज्ञात हो कि दैनिक वेतन पर काम कर रहे कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें कभी भी समय पर वेतन नहीं दिया जाता स्थिति अब ये हो गई है कि इनको महीनों से वेतन भी नहीं दिया गया है। साथ ही ₹ 7000 प्रति माह के वेतन पर ही कार्य कराया जा रहा है। जिसके लिए इस कर्मचारियों ने पहले भी कई बार शासन प्रशासन से मांग की लेकिन इनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया। यही कारण था कि आज परेशान होकर इन कर्मचारियों ने जनजाति कार्य विभाग में आत्महत्या करने का प्रयास किया। कोतवाली पुलिस अगर समय रहते इनको जिला अस्पताल में भर्ती नहीं कराती तो कोई अनहोनी हो सकती थी।