मरवाही। करोड़ों रूपये के फर्जीवाड़े को अंजाम देने वाले मरवाही विकासखंड के धनपुर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक को आखिरकार जिला पंचायत बिलासपुर की सीईओ ने बर्खास्त कर दिया है। वहीं दोषी लोगों के खिलाफ एफआईआर की कार्यवाही कराये जाने के निर्देष दिये गये हैं।
ये भी पढ़ें –22 साल की महिला ने की 17 साल के लड़के से शादी,यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज
दरअसल मरवाही विकासखंड के धनपुर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक संदीप तिवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुये कार्यवाही नहीं होने पर यहां के रहने वाले श्रीकांत पांडेय ने हाईकोर्ट में याचिका लगायी थी जिसमें हाईकोर्ट के द्वारा कलेक्टर को मामले में जांच और कार्यवाही करने के निर्देष दिये गये थे। जिसमें कलेक्टर के द्वारा करायी गयी जांच में रोजगार सहायक संदीप द्वारा के द्वारा रोजगार गारंटी योजना के मस्टररोल में फर्जीवाड़ा करते हुये कई सालों तक करोड़ों रूपये का घोटाला किया। जिस वक्त गांव में मतदाताओं की संख्या कुल 927 थी तब रोजगार सहायक संदीप तिवारी ने 2349 लोगों का जाॅब कार्ड बनाकर घोटाला किया और फर्जी तरीके से लोगों को रोजगार देना बतलाकर घोटाले को अंजाम दिया। इस घोटाले के मास्टरमाईंड रोजगार सहायक संदीप तिवारी का साथ गांव के सरपंच सचिव और मरवाही के मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी ने भी दिया जिनको कारण बताओ नोटिस जारी कर एफआईआर के लिये जिला पंचायत सीईओ फरिहा आलम सिददीकी ने राज्य के मनरेगा आयुक्त को अंतरिम प्रतिवेदन भेजा है वहीं आरोपी रोजगार सहायक संदीप तिवारी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया गया है वहीं शिकायतकर्ता श्रीकांत पांडेय ने सभी आरोपी घोटालेबाजों के खिलाफ एफआईआर की मांग भी किया है।