गरियाबंद। जिले के किडनी प्रभावित गांव सुपेबेड़ा में एक और पीड़ित की मौत हो गई है। मृतक तपेश्वर माली बीते 4 साल से किडनी बीमारी से जूझ रहा था। किडनी की बीमारी से मरने वालों की संख्या 65 पहुंच गई है।
मृतक का इलाज देवभोग अस्पताल के साथ-साथ उड़ीसा के नवरंगपुर भवानीपटना तथा धर्मगढ़ में चल रहा था। लगातार होती मौतों से जहां ग्रामीणों में दहशत है, वहीं किडनी प्रभावित सुपेबेड़ा गांव राजनीति का अखाड़ा बन गया है। अक्सर किसी न किसी दल का नेता वहां पहुंच रहा है और बयानबाजी हो रहीहै। लेकिन ग्रामीणों की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।
यह भी पढ़ें : कमल विहार में बनेगा राजधानी रायपुर का सबसे बड़ा जलाशय
बता दें कि सुपेबेड़ा के पानी में फ्लोराइड, आयरन और ऐसे ही तत्वों की मात्रा बहुत अधिक है। जिसके चलते यहां लोगों को कई तरह की बीमारियां हो रही हैं। ये तत्व इतने हानिकारक हैं कि इसके चलते अब तक 65 मौतें हो चुकी हैं।
वेब डेस्क, IBC24