Reported By: Rajesh Mishra
,Raipur News, image source: ibc24
रायपुर: Raipur News, केरल में मॉब लिंचिंग की घटना में छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के प्रवासी मजदूर रामनारायण बघेल की मौत हो गई। उसके शरीर पर 80 से अधिक चोटों के निशान पाए गए। इस घटना ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि अहिंसक विचारों का समूह देशभर में काम कर रहा है, लेकिन एक विशेष संगठन और विचारधारा से जुड़े लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री क्या कर रहे हैं। सिंहदेव ने कहा कि रोजगार की कमी के कारण लोग बाहर काम करने जा रहे हैं और सरकार को इसका रिकॉर्ड रखना चाहिए।
आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी को लेकर गृह मंत्री द्वारा अभ्यर्थियों से सीधे चर्चा करने पर सिंहदेव ने कहा कि यह काम अधिकारियों का है, मंत्री का नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने दो साल के कार्यकाल का सेलिब्रेशन कर रही है, जबकि धान खरीदी में अव्यवस्था, बिजली बिल में बढ़ोतरी, जमीनों के रेट बढ़ने, सड़क और मेडिकल कॉलेज के काम रुके होने तथा शिक्षकों की कमी जैसी समस्याएं बनी हुई हैं।
Raipur News, कांकेर में मंदिर जलाने की घटना पर सिंहदेव ने कहा कि सरकार स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर यह सब करवा कौन रहा है। सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तासीर हिंसा को कभी स्वीकार नहीं करती और जनता हिंसा का साथ नहीं देगी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने शव को सम्मानपूर्वक छत्तीसगढ़ लाने और दोषियों पर त्वरित व कड़ी कार्रवाई करने की अपील की। कुल मिलाकर, केरल की मॉब लिंचिंग घटना ने छत्तीसगढ़ में राजनीतिक और सामाजिक बहस को तेज कर दिया है। विपक्ष सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रहा है।