मंगलवार को छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहार भोजली मनाया गया। मित्रता, आदर और विश्वास के इस प्रतीक पर्व पर शाम को छत्तीसगढ़ के गांवों और शहरों में भोजली त्यौहार का रंग दिखा। जब नदी और तालाबों में छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं सिर पर भोजली लेकर विसर्जन के लिए लोकगीत गाते हुए निकली। त्योहारों के प्रदेश छत्तीसगढ़ का ये पहला ऐसा त्यौहार है, जो पूरे विश्व में सिर्फ अपने अंतिम दिन यानि विसर्जन के दिन के लिए प्रसिद्ध है।