(Bajaj Housing Finance Share/ Image Credit: X)
Bajaj Housing Finance Share: बजाज ग्रुप की एनबीएफसी कंपनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के शेयर आज 2 दिसंबर को बाजार में खास ध्यान आकर्षित करेंगे। कंपनी ने पहले ही संकेत दिया था कि इसके प्रमोटर बजाज फाइनेंस लिमिटेड बड़ी ब्लॉक डील के जरिए अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेच सकते हैं।
1 दिसंबर को कंपनी ने बताया कि बजाज फाइनेंस अपनी हिस्सेदारी में से 2% तक शेयर बेचने की योजना पर काम कर रहा है। एक्सचेंज को दी जानकारी के अनुसार, यह बिक्री एक या अधिक हिस्सों में की जा सकती है, जिसमें अधिकतम 16.66 करोड़ शेयर शामिल होंगे। वर्तमान में प्रमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी कंपनी की कुल पेड-अप कैपिटल का 88.7% है। इससे हिस्सेदारी घटाकर कंपनी सेबी की मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग (MPS) शर्तों को पूरा करना चाहती है।
सेबी के नियमानुसार हर लिस्टेड कंपनी के लिए कम से कम 25% पब्लिक शेयरहोल्डिंग जरूरी है। नई लिस्टेड कंपनियों को यह लक्ष्य 3 साल के भीतर हासिल करना होता है। जिन कंपनियों का मार्केट कैप 50,000 करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपये के बीच है, उन्हें 5 साल की छूट मिलती है। वहीं, 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मार्केट कैप वाली कंपनियों को 10 साल का समय दिया जाता है। बजाज फाइनेंस के पास मौजूद कुल शेयरों में से अधिकतम 2% बेचने का प्रस्ताव इन्हीं नियमों को पूरा करने के लिए रखा गया है।
ब्लॉक डील के लिए बजाज फाइनेंस ने अपने शेयर का फ्लोर प्राइस 95 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जो पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस से 9.6% कम है। डील की कुल अनुमानित वैल्यू लगभग 1,580 करोड़ रुपये होगी। शेयरों पर 60 दिन का लॉक-इन पीरियड लागू रहेगा। इस पूरी लेन-देन के लिए IIFL कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड को एकमात्र मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है।
सितंबर 2024 में मार्केट में कदम रखने के बाद से बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर लगातार दबाव में हैं। लिस्टिंग के बाद से शेयर 36% तक टूट चुका है। पिछले 12 महीनों में इसमें 23% से ज्यादा गिरावट आई है। बीते एक हफ्ते में 1% और पूरे महीने में 5% की गिरावट देखने को मिली है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।