(Upcoming IPOs in 2026/ Image Credit: Meta AI)
Upcoming IPOs in 2026: अगर किसी को लगता है कि IPO का उत्साह 2026 में ठंडा पड़ जाएगा, तो यह गलत है। शेयर बाजार के आंकड़े संकेत दे रहे हैं कि नए साल में IPO निवेशकों के लिए और भी बड़े अवसर लेकर आ सकता है। 2025 में रिकॉर्ड फंड जुटाने के बाद अब 2026 में कंपनियों की लाइन और लंबी दिखाई दे रही है।
साल 2025 IPO बाजार के लिए बेहद खास रहा। इस साल 100 से अधिक कंपनियों ने शेयर बाजार में कदम रखा और लगभग 1.76 लाख करोड़ रुपये जुटाए। यह पिछले साल की तुलना में अधिक है और इससे पता चलता है कि कंपनियों और निवेशकों दोनों का भरोसा बाजार पर कायम है। इस मजबूत माहौल ने 2026 के लिए रास्ता बनाया है।
आंकड़ों के अनुसार, 200 से अधिक कंपनियां 2026 में IPO लाने की तैयारी में हैं। इनमें से कई को बाजार नियामक की मंजूरी मिल चुकी है, जबकि कुछ कंपनियां अंतिम स्वीकृति का इंतजार कर रही हैं। अगर सभी योजनाओं पर अमल होता है, तो 2026 में IPO के जरिए 1.2 लाख करोड़ रुपये या उससे अधिक जुटाए जा सकते हैं।
2026 के IPO कैलेंडर में नई टेक कंपनियों की अच्छी मौजूदगी देखने को मिलेगी। कई टेक और डिजिटल बिजनेस मॉडल वाली कंपनियां बाजार में एंट्री की तैयारी कर रही हैं। इसके अलावा, कई अन्य टेक कंपनियां अपने डॉक्यूमेंट्स तैयार कर रही हैं, जिससे IPO की रफ्तार और तेज होने की संभावना है।
हालांकि IPO की संख्या और आकार बड़ा है, लेकिन निवेशकों का व्यवहार 2025 में बदलता नजर आया। पहले की तुलना में अत्यधिक ओवरसब्सक्रिप्शन वाले IPO की संख्या कम हुई है। फिर भी अधिकांश इश्यू को अच्छा रिस्पॉन्स मिला, यह दिखाता है कि निवेशक अब अधिक समझदारी और चयन के साथ निवेश कर रहे हैं।
रिटेल निवेशकों की भागीदारी में हल्की गिरावट देखी गई है। पहले हर IPO में भारी भीड़ होती थी, अब निवेशक कंपनी की क्वालिटी, वैल्यूएशन और बिजनेस मॉडल को देखकर निर्णय ले रहे हैं। इसके बावजूद रिटेल निवेशकों ने कुल मिलाकर बड़ी रकम के लिए आवेदन किया, जो उनकी मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है। वहीं, इन सभी आंकड़ों से साफ पता चलता है कि 2026 में IPO के मौके बहुत होंगे, लेकिन लाभ उन्हीं निवेशकों को मिलेगा जो सही कंपनियों का चयन करेंगे।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।