(PNB Housing Finance Share, Image Credit: ANI News)
PNB Housing Finance Share: एक बार फिर हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर में रौनक लौटती दिखाई दे रही है और इसका सीधा फायदा पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस को मिलता नजर आ रहा है। यह हाउसिंग लोन देने वाली देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है, जिसे पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का सपोर्ट मिला है। इसमें पीएनबी की 28% हिस्सेदारी है और इसका ब्रांच नेटवर्क पीएनबी के जरिए देश के दूरदराज क्षेत्रों तक फैला हुआ है।
दूसरी हाउसिंग कंपनियों के मुकाबले पीएनबी हाउसिंग की लोन डिस्बर्समेंट ग्रोथ काफी अच्छी रही है। कंपनी अपनी एसेट क्वालिटी को मजबूत बनाए रखने के प्रयासों के चलते संयमित तरीके से लोन ग्रोथ कर रही है, लेकिन कुल मिलाकर लोनबुक FY25 में 75,000 करोड़ रुपये को पार कर गई है। रिटेल सेगमेंट में एफोर्डेबल और इमर्जिंग मार्केट्स पर कंपनी की विशेष ध्यान है, जो ओवरऑल डिस्बर्समेंट का 50 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं।
जून तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन बेहतर रहा। खास तौर पर एफोर्डेबल लोन सेगमेंट में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की गई है। प्राइम ब्रांचेज में किए गए बदलाव और नए क्षेत्रों पर फोकस के कारण मुनाफा कमाने की क्षमता भी बेहतर हुई है। हालांकि कुछ सेगमेंट में सीजनल प्रभाव जरूर देखने को मिला। हर साल कंपनी ने 40-50 नई ब्रांच खोलने का टारगेट तय किया है, जिससे इसकी पहुंच काफी ज्यादा मजबूत होगी। ब्रांच नेटवर्क को 356 से बढ़ाकर 500 तक ले जाने की प्लॉनिंग है। कॉर्पोरेट लोन पर फोकस घटाने से GNPA रेशियो में भी सुधार देखने को मिला है।
ग्रोथ की संभावनाएं और बेहतर एसेट क्वालिटी बनाए रखने की रणनीति पीएनबी हाउसिंग को एक मजबूत खिलाड़ी बनाती हैं। वैल्यूएशन अभी भी आकर्षक है और रीरेटिंग की संभावना अभी बाकी है। फिर भी अन्य कंपनियों के मुकाबले पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस का शेयर ज्यादा महंगा नहीं है। आगे की ग्रोथ को ध्यान में रखते हुए इसकी कीमत वाजिब और निवेश के लायक लगती है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।