Stock Market Today 18 Sept.: गिफ्ट निफ्टी की धमाकेदार संकेत, झटके के बाद भारतीय बाजार में हो सकती है जबरदस्त तेजी

यूस फेड ने दिसंबर 2024 के बाद पहली बार ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत कटौती की है। जेरॉम पॉवेल ने इस साल 2 और कटौतियों का संकेत दिया है और 2026 तक आउटलुक बेहतर बताया। वहीं, इस फैसले से डाओ जोंस में 260 अंक की बढ़ोतरी आई है।

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  • Publish Date - September 18, 2025 / 09:06 AM IST,
    Updated On - September 18, 2025 / 09:06 AM IST

(Stock Market Today 18 Sept., Image Credit: IBC24 News Customize)

HIGHLIGHTS
  • US FED ने ब्याज दरों में पहली बार 0.25% कटौती की।
  • डाओ जोंस में 260 अंक की तेजी, नैस्डैक और S&P 500 में दबाव।
  • एशियाई बाजारों में मजबूती, जापान का निक्केई नया शिखर छू गया।

नई दिल्ली: Stock Market Today 18 Sept.: अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US FED) ने दिसंबर 2024 के बाद पहली बार अपनी ब्याज दरों में 0.25% की कटौती की है। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने अपनी बेंचमार्क ओवरनाइट लेंडिंग रेट को 4% से कम करके 4%-4.25% कर दिया है। इस फैसले के दौरान 11-1 मत से यह निर्णय लिया गया, जिसमें नए गवर्नर स्टीफन मिरान अकेले थे जिन्होंने इस कटौती के खिलाफ वोट दिया और 0.5% कटौती की मांग की।

जेरॉम पॉवेल ने और कटौतियों का दिया संकेत

फेड चेयरमैन जेरॉम पॉवेल ने लेबर मार्केट की नरमी को ध्यान में रखते हुए इस साल दो और ब्याज दर कटौती के संकेत दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 2026 के आर्थिक आउटलुक को भी अपग्रेड किया है, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए पॉजिटिव संकेत माना जा रहा है। फेड के इस फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों में उछाल देखने को मिली है।

अमेरिकी बाजारों का हाल

वहीं, फेड की दर कटौती के बाद डाओ जोंस इंडेक्स में 260 अंकों की तेजी आई है। हालांकि, नैस्डैक और S&P 500 में कुछ दबाव देखने को मिला, लेकिन यूएस फ्यूचर्स में 0.25% से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई। इस मिश्रित प्रतिक्रिया से यह संकेत मिलता है कि निवेशक फेड के इस कदम को सकारात्मक तो मान रहे हैं, लेकिन थोड़ा असमंजस भी है।

भारतीय बाजार में मजबूती के संकेत

रेलिगेयर ब्रोकिंग के एक्सपर्ट के अनुसार, कल बुधवार को सुस्त शुरुआत के बाद शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली थी। निफ्टी ने दिनभर सीमित दायरे में कारोबार किया और अंत में 25,330.25 के लेवल पर बंद हुआ। कई सेक्टरों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा, लेकिन नीतिगत सुधारों और घरेलू निवेशकों की मजबूत भागीदारी से शेयर मार्केट में पॉजिटिव माहौल बना रहा।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली और बाजार की सतर्कता

रेलिगेयर ब्रोकिंग के एक्सपर्ट ने बताया कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली और फेड के फैसले से पहले बाजार में सतर्कता के चलते तेजी सीमित रही। हालांकि, बैंकिंग शेयरों और अन्य प्रमुख सेक्टरों में खरीदारी से निफ्टी 25,500 के लेवल की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने निवेशकों को ‘गिरावट पर खरीदारी’ की रणनीति अपनाने की सलाह दी है।

वैश्विक घटनाओं के चलते बाजार में अस्थिरता

एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैश्विक घटनाओं के चलते बाजार में वोलैटिलिटी बनी रहेगी। इसलिए निवेशकों को पोजीशन साइज को मध्यम या हल्का रखने की सलाह दे रहे हैं, ताकि किसी भी अनिश्चितता का सामना सही तरीके से किया जा सके।

एशियाई बाजारों में मजबूती

एशियाई बाजारों में भी मजबूती देखी गई है। जापान का निक्केई नया शिखर को छू लिया है। गिफ्ट निफ्टी में भी लगभग 60 अंक की तेजी दर्ज की गई है। हालांकि, FIIs कैश में बिकवाली कर रहे हैं, लेकिन इंडेक्स फ्यूचर्स में शॉर्ट कवरिंग बनी हुई है, जो बाजार के बेहतर मूड की ओर इशारा करता है।

कल बाजार की स्थिति कैसी रही?

बुधवार, 17 सितंबर 2025 को भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स ने सकारात्मक रुख दिखाया। सेंसेक्स 313 अंक या 0.38% की उछाल के साथ 82,693.71 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 91 अंक या 0.36% चढ़कर 25,330.25 पर बंद हुआ। जो बाजार की मजबूत शुरुआत और बढ़ते निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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US FED ने ब्याज दरों में कितनी कटौती की है?

US FED ने दिसंबर 2024 के बाद पहली बार ब्याज दरों में 0.25% (चौथाई प्रतिशत) की कटौती की है।

जेरॉम पॉवेल ने भविष्य में क्या संकेत दिए हैं?

उन्होंने इस साल दो और ब्याज दर कटौती के संकेत दिए हैं और 2026 का आर्थिक आउटलुक भी बेहतर बताया है।

फेड के फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों की क्या प्रतिक्रिया रही?

डाओ जोंस में 260 अंकों की तेजी आई, जबकि नैस्डैक और S&P 500 में कुछ दबाव देखा गया, लेकिन US फ्यूचर्स में तेजी रही।

भारतीय बाजार पर इस फैसले का क्या असर पड़ा?

निफ्टी ने 25,330.25 के स्तर पर बंद होकर मजबूत शुरुआत की, लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और सतर्कता के कारण तेजी सीमित रही।